Go First: गो फर्स्ट को लेकर तरह-तरह की बातें निकलकर सामने आ रही हैं. वहीं अब एयरलाइन कंपनी को एक और झटका लगा है. वित्तीय संकट की वजह से सप्ताह भर पहले अपनी उड़ानों का परिचालन निलंबित कर देने वाली एयरलाइन गो फर्स्ट को पट्टे पर विमान देने वाली कंपनियों ने अब तक कई विमानों का रजिस्ट्रेशन खत्म करने का अनुरोध किया है. इससे एयरलाइन कंपनी के पास मौजूद प्लेन की संख्या भी घट जाएगा.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

रजिस्ट्रेशन खत्म करने का अनुरोध
जानकारी के मुताबिक करीब 36 विमानों का पंजीकरण खत्म करने का अब तक अनुरोध किया जा चुका है. एयरलाइन ने सोमवार को राष्ट्रीय कंपनी कानून न्यायाधिकरण (एनसीएलटी) से दिवाला प्रक्रिया शुरू करने की अर्जी पर जल्द फैसला सुनाने का अनुरोध करते हुए कहा कि उसे पट्टे पर विमान देने वाली कंपनियों ने पंजीकरण खत्म कर विमानों को वापस लेने की मांग रखनी शुरू कर दी है.


डीजीसीए के पास अनुरोध
गो फर्स्ट के बेड़े में शामिल 13 अन्य विमानों को वापस लेने का अनुरोध नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) के पास आ चुका है. इसके पहले भी 23 विमानों का पंजीकरण खत्म कर उन्हें वापस लेने की मांग विमान पट्टा कंपनियों ने की थी. इस तरह अब तक कुल 36 विमानों का पंजीकरण खत्म करने की मांग डीजीसीए के पास आ चुकी है. एयरलाइन के इस अनुरोध पर गौर करने पर न्यायाधिकरण ने सहमति जताई.


वित्तीय संकट
गो फर्स्ट ने वित्तीय संकट गहराने के बाद खुद ही एनसीएलटी के समक्ष दिवाला समाधान प्रक्रिया शुरू करने की अर्जी लगाई थी. न्यायाधिकरण ने पिछले हफ्ते ही इस पर सुनवाई करने के बाद फैसला सुरक्षित रख लिया था. एयरलाइन ने इंजन की आपूर्ति नहीं होने से परिचालन पर पड़े असर और वित्तीय संकट गहराने के बाद अपनी उड़ानें रोक दी हैं. वहीं कंपनी की ओर से टिकट बुकिंग पर भी रोक लगाई हुई है.


जरूर पढ़ें:                                                                             


सिर्फ रजिस्ट्री कराने से नहीं बनते प्रॉपर्टी के मालिक, ये एक गलतफहमी अभी कर लें दूर NSE ने न‍िवेशकों को चेताया, यहां न‍िवेश करने वाले हो जाएंगे 'कंगाल'; आज ही न‍िकाल लें पैसा