Reserve Bank of India: आरबीआई गवर्नर ने शुक्रवार को मौद्र‍िक नीत‍ि सम‍ित‍ि की मीट‍िंग में ल‍िये गए फैसलों के बारे में जानकारी दी. इस दौरान उन्‍होंने बताया क‍ि सभी सदस्‍यों की सहमत‍ि के आधार पर लगातार पांचवी बार रेपो रेट पुरानी दर पर ही कायम रहेगा. इसके अलावा उन्‍होंने यूपीआई यूजर्स के ल‍िए बड़ा ऐलान क‍िया. केंद्रीय बैंक के गवर्नर ने बताया क‍ि यूपीआई ट्रांजेक्‍शन की ल‍िमिट को बढ़ाकर पांच लाख रुपये कर द‍िया गया है. अब आप एक बार में 5 लाख तक का पेमेंट कर सकते हैं. पहले यह ल‍िमिट एक लाख रुपये थी.


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पांच लाख तक के भुगतान की अनुमत‍ि


नए न‍ियम के तहत आप अस्‍पतालों और शैक्षण‍िक संस्‍थानों में यूपीआई के माध्‍यम से एक बार में पांच लाख रुपये तक का भुगतान कर सकते हैं. इसके अलावा उन्‍होंने बताया क‍ि आरबीआई की तरफ से जीडीपी ग्रोथ के अनुमान को 6.50 से बढ़ाकर 7 प्रत‍िशत कर द‍िया गया है. नए साल की पहली त‍िमाही में जीडीपी का आंकड़ा 6.7 परसेंट रहने की उम्‍मीद है. आपको बता दें मौजूदा व‍ित्‍त वर्ष की दूसरी त‍िमाही के जारी हुए आंकड़ों में जीडीपी बढ़कर 7.6 प्रत‍िशत पर पहुंच गई है.


महंगाई दर को 4 प्रत‍िशत पर लाने का लक्ष्‍य
इस दौरान उन्‍होंने महंगाई को लेकर भी च‍िंता जाह‍िर की और कहा क‍ि महंगाई दर नरम रही लेक‍िन खाद्य महंगाई दर का बढ़ना च‍िंताजनक बना हुआ है. उन्‍होंने कहा क‍ि अभी महंगाई दर को 4 प्रत‍िशत पर लाने के लक्ष्‍य तक हम नहीं पहुंच पाए हैं. इसके ल‍िए हमें काम करते रहना होगा. मौजूदा व‍ित्‍त वर्ष की तीसरी त‍िमाही में खुदरा महंगाई दर के 5.6 प्रत‍िशत पर रहने की संभावना है. वहीं, चौथी त‍िमाही में यह 5.2 प्रत‍िशत रह सकता है. कुल म‍िलाकर पूरे व‍ित्‍तीय वर्ष के दौरान यह 5.4 परसेंट के आंकड़े करीब रह सकती है.


आपको बता दें रॉयटर्स की तरफ से कराए गए एक सर्वे में 41 इकोनॉम‍िस्‍ट ने नवंबर में खुदरा महंगाई दर बढ़ने की आशंका जताई है. प‍िछले द‍िनों प्‍याज और टमाटर की बढ़ती कीमत ने महंगाई को लेकर सरकार की च‍िंता बढ़ा दी है. कीमत पर लगाम लगाने के ल‍िए सरकार की तरफ से प्‍याज के न‍िर्यात पर लगी रोक को आगे बढ़ा द‍िया गया है. अक्‍टूबर में महंगाई दर ग‍िरकर 4.87 प्रत‍िशत पर आ गई थी.