Zomato Vs Resturant Bill: दिन हो या रात, बारिश हो रही हो या कड़ाके की ठंड...भूख लगी या खाने बनाने का मूड नहीं बना, बस मोबाइल फोन निकाला और कुछ ही मिनटों में आपके दरवाजे पर गरमा-गरम खाना पहुंच जाता है. डिजिटल वर्ल्ड में ऑनलाइन फूड ऑर्डन का कल्चर बढ़ रहा है. किसी अच्छा नहीं लगेगा कि बिना कुछ मेहनत किए, घर से बाहर गए बिना ही एक से बढ़कर एक टॉप रेस्टोरेंट का खाना कुछ ही मिनटों में आप तक पहुंच जाए. ऑनलाइन फूड ऑर्डर जितना आसान और क्विक है, उतना ही आपकी जेब के लिए नुकसान पहुंचाने वाला भी. सोशल मीडिया पर एक पोस्ट खूब वायरल हो रहा है.  


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जोमैटो Vs रेस्टोरेंट बिल


X पर एक यूजर से दो फूड बिल के साथ एक पोस्ट लिखा है.  @kothariabhishek नाम के यूजर ने दो फोटो शेयर किया है. दोनों ही फोटो एक ही रेस्टोरेंट के है. एक बिल सीधे रेस्टोरेंट से मंगवाए गए खाने का है और दूसरा जोमैटो से जरिए ऑर्डर करने का. दोनों ही बिल की फोटो ने सोशल मीडिया पर नई बहस शुरू कर दी है. एक ही तरह का खाना एक ही रेस्टोरेंट से एक ही शख्स ने ऑर्डर किया, लेकिन बिल के अंतर ने लोगों को दंग कर दिया.  


ऑनलाइन  खाने के मुकाबले रेस्टोरेंट से खाना सीधे मंगवाना कितना सस्ता ? 


शख्स ने मुबंई के ‘Udupi 2 Mumbai’नाम के रेस्टोरेंट से उपमा, थाटी इडली ऑर्डर किया. जो उपमा रेस्टोरेंट में 40 रुपये प्लेट मिल रहा था, उसे जब जोमैटो के ऐप से ऑर्डर किया तो उसी उपमा का प्राइस 120 रुपये लिस्टेड था. वहीं थाटी इटली जो रेस्टोरेंट में 60 रुपये का मिल रहा था, वहीं जोमैटो के प्लेटफॉर्म से ऑर्डर करने पर 161 रुपये का मिल रहा था. हर खाने पर दो गुने से तीन गुने की कीमत वसूली जा रही है.  


ऑनलाइन खाना ऑर्डर करना जेब पर कितना भारी  ?


अभिषेक कोठारी नाम के यूजर ने ट्वीट किया कि उसने रेस्टोरेंट से थाठी इडली, मेडू वडा, अनियन उत्तपम, उपमा और चाय ऑर्डर किया, जिसके लिए उसने 320 रुपये बिल चुकाए. उसी ऑर्डर को उसने बिना चाय के जोमैटो से ऑर्डर किया तो बिल 740 रुपये बन रहा था. यानी दोगुने से ज्यादा का फर्क है. अब आप 100 रुपये का डिस्काउंड कूपन एड है. एक जैसे खाने के लिए 797 रुपये के आर्डर पर जोमैटो ने 37.43 रुपया जीएसटी , 6 रुपये प्लेटफॉर्म फीस के साथ 840 रुपये बनाया. 100 रुपये के डिस्काउंट के साथ फाइनल बिल 740 रुपये बना.  



आराम की कीमत 


ऑनलाइन और सीधे रेस्टोरेंट के खाने की कीमतों में फर्क को लेकर कई बार बहस हो चुकी है. कुछ लोग इसकी वकालत भी करते हैं. घर बैठे खाना मंगवाने के लिए एक्सट्रा कीमत तो चुकानी होगी ये दलील दी जाती है, लेकिन क्या एक ही खाने के लिए जिसके लिए कि आप डिलीवरी चार्ज, प्लेटफॉर्म फीस जैसे चार्जेज चुकाते हैं वहां कीमत में इस तरह का अंतर कितना सही है. इस बात पर जोमैटो की ओर से कमेंट किया गया कि उनके ऐप पर खाने का रेट लिस्ट पूरी तरह रेस्टोरेंट का अधिकारक्षेत्र होता है, जिसे वो ही निर्धारित करते हैं.  आप अगली बारे ऑनलाइन खाना आर्डर करने से पहले सारे गुना-भाग कर लें.