एशिया में दूसरी सबसे बड़ी इकोनॉमी बन जाएगा भारत, इस ग्लोबल एजेंसी ने जताई उम्मीद
मार्च 2024 में खत्म होने वाले वित्तीय वर्ष में देश की जीडीपी 6.2-6.3 प्रतिशत बढ़ने की उम्मीद है. इससे इंडियन इकोनॉमी इस वित्त वर्ष में सबसे तेजी से बढ़ने वाली प्रमुख अर्थव्यवस्था होगी.
भारत दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी इकोनॉमी है. 2030 तक जापान को पछाड़कर दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की उम्मीद है. 2030 तक भारत की इकोनॉमी 7300 अरब अमेरिकी डॉलर पहुंचने की उम्मीद है. इसके साथ ही भारत, एशिया में दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा. एसएंडपी ग्लोबल इंडिया की तरफ से अपने नए पीएमआई में यह बात कही. साल 2021 और 2022 में दो साल की तेजी से आर्थिक वृद्धि के बाद भारतीय अर्थव्यवस्था ने 2023 वित्त वर्ष में भी मजबूत वृद्धि जारी रखी.
मार्च 2024 में खत्म होने वाले वित्तीय वर्ष में देश की जीडीपी 6.2-6.3 प्रतिशत बढ़ने की उम्मीद है. इससे इंडियन इकोनॉमी इस वित्त वर्ष में सबसे तेजी से बढ़ने वाली प्रमुख अर्थव्यवस्था होगी. अप्रैल-जून तिमाही में एशिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था की वृद्धि दर 7.8 प्रतिशत रही. एसएंडपी ग्लोबल ने कहा, ‘निकट अवधि के आर्थिक दृष्टिकोण में 2023 के शेष के समय और 2024 में निरंतर तीव्र विस्तार का अनुमान है, जो घरेलू मांग में मजबूत वृद्धि पर आधारित है.’
अमेरिकी डॉलर से जोड़कर मापी गई देश की वर्तमान कीमतों की जीडीपी 2022 में 3500 अरब अमेरिकी डॉलर से बढ़कर 2030 तक 7300 अरब अमेरिकी डॉलर होने का अनुमान है. आर्थिक विस्तार की इस तीव्र गति के परिणामस्वरूप 2030 तक भारतीय जीडीपी का आकार जापानी जीडीपी से अधिक हो जाएगा, जिससे भारत एशिया-प्रशांत क्षेत्र में दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा.’
अमेरिका वर्तमान में 25500 अरब अमेरिकी डॉलर की जीडीपी के साथ दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है. इसके बाद चीन 18000 अरब अमेरिकी डॉलर के साथ दूसरी और जापान 4200 अरब डॉलर के साथ तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है. वहीं भारतीय जीडीपी का आकार 2022 तक ब्रिटेन और फ्रांस की जीडीपी से भी बड़ा हो चुका था. 2030 तक भारत की जीडीपी जर्मनी से भी आगे निकलने का अनुमान है. (भाषा)