HDFC Bank: देश का सबसे बड़ा प्राइवेट बैंक HDFC बैंक को भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) ने सप्ताह में दूसरी बार चेतावनी दी है. सेबी ने यह चेतावनी बैंक द्वारा लिस्टिंग रेगुलेशन्स का पालन न करने और ग्रुप हेड ऑफ मॉर्टगेज बिजनेस अरविंद कपिल के इस्तीफे की सूचना में देरी को लेकर दी है. रिपोर्ट के मुताबिक, बैंक ने SEBI की लिस्टिंग नॉर्म्स के तहत तय समय सीमा का उल्लंघन किया है.


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SEBI की ओर से दी गई चेतावनी के मुताबिक, HDFC बैंक ने अरविंद कपिल के इस्तीफे की जानकारी स्टॉक एक्सचेंज को तीन दिन की देरी से दी. अरविंद कपिल ने मार्च 2024 में ग्रुप हेड ऑफ मॉर्टगेज बिजनेस के पद से इस्तीफा दिया था, लेकिन बैंक ने इस घटना की सूचना 30 अप्रैल 2024 को दी. जबकि SEBI की लिस्टिंग रेगुलेशन्स के अनुसार, किसी भी महत्वपूर्ण बदलाव की सूचना 12 घंटे के भीतर स्टॉक एक्सचेंज को दी जानी चाहिए.


12 घंटे के भीतर जानकारी दे कंपनी 


SEBI के लिस्टिंग ऑब्लिगेशन्स एंड डिस्क्लोजर रिक्वायरमेंट्स (LODR) के नियमों के तहत, लिस्टेड कंपनियों को किसी भी महत्वपूर्ण बदलाव की सूचना समय पर देनी होती है. SEBI के नियमानुसार, “किसी भी महत्वपूर्ण घटना या जानकारी को 12 घंटे के भीतर स्टॉक एक्सचेंज को सूचित करना आवश्यक है.” HDFC बैंक इस नियम का पालन करने में विफल रहा है, जिससे SEBI ने इसे गैर-अनुपालन माना है.


अरविंद कपिल के इस्तीफे के बाद, HDFC बैंक ने सुमंत रामपाल को 28 मार्च 2024 से ग्रुप हेड ऑफ मॉर्टगेज बिजनेस के रूप में नियुक्त किया था. हालांकि, SEBI का मानना है कि इस्तीफे जैसी महत्वपूर्ण घटनाओं की जानकारी समय पर देना निवेशकों और बाजार के पारदर्शिता मानकों के लिए बेहद जरूरी है.


यह पहली बार नहीं है जब SEBI ने HDFC बैंक को चेतावनी दी है. इसी सप्ताह SEBI ने बैंक को मर्चेंट बैंकिंग, कैपिटल डिस्क्लोजर्स और इनसाइडर ट्रेडिंग से संबंधित नियमों के पालन में कमियों को लेकर भी चेतावनी दी थी.