Penalty on Anmol Ambani: प‍िछले द‍िनों अन‍िल अंबानी की कंपनी र‍िलायंस इंफ्रा का कर्ज 85 प्रत‍िशत तक कम होने के बाद शेयर में तेजी देखी जा रही है. लोन कम होने की खबर का असर ऐसा हुआ क‍ि र‍िलायंस इंफ्रा का शेयर 52 हफ्ते के हाई 335 रुपये पर पहुंच गया. इसके अलावा र‍िलायंस पावर का शेयर भी लगातार तेजी के साथ सोमवार को 52 हफ्ते के हाई लेवल 38.16 रुपये पर बंद हुआ है. प‍िछले द‍िनों में काफी बुरे दौर से गुजरे छोटे अंबानी की गाड़ी पटरी पर लौटने लगी है. न‍िवेशकों का भरोसा बढ़ने और कंपन‍ियों का मार्केट कैप बढ़ने से घर में खुश‍ियां हैं. रिलायंस पावर के कर्ज मुक्त होने और रिलायंस इंफ्रा का लोन 86 प्रत‍िशत तक कम होने से के बाद अनिल अंबानी फंड जुटाने की कोशिश में हैं. लेक‍िन इस बीच उन्‍हें एक और झटका लगा है, इससे यही लगा रहा है क‍ि उनकी खुश‍ियों को क‍िसी की नजर लग गई है.


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एक करोड़ की पेनाल्‍टी लगाई


मार्केट रेग्‍युलेट करने वाली सेबी (SEBI) ने अनिल अंबानी के बेटे अनमोल अंबानी (Anmol Ambani) पर एक करोड़ की पेनाल्‍टी लगाई है. यह पेनाल्‍टी सेबी की तरफ से रिलायंस होम फाइनेंस (Reliance Home Finance) के मामले में बिना जांच-पड़ताल के जनरल पर्पस कॉरपोरेट लोन को मंजूरी देने के कारण लगाई है. इसके अलावा सेबी की तरफ से रिलायंस हाउसिंग फाइनेंस के चीफ र‍िस्‍क ऑफ‍िसर (CRO) कृष्णन गोपालकृष्णन पर 15 लाख का जुर्माना लगाया है. सेबी की तरफ से अपने आदेश में यह भी कहा गया क‍ि दोनों को 45 दिन के अंदर जुर्माने का पैसा जमा करना होगा.


छोटे अंबानी पर 25 करोड़ का जुर्माना
सेबी की तरफ से यह आदेश तब आया जब अगस्त में सेबी ने रिलायंस होम फाइनेंस लिमिटेड (Reliance Home Finance Ltd.) के फंड की हेराफेरी से जुड़े एक मामले में अनिल अंबानी और 24 अन्य को पांच साल के लिए स‍िक्‍योर‍िटी मार्केट से बैन कर दिया था. इसके अलावा उनपर 25 करोड़ का जुर्माना भी लगाया गया था. सेबी ने कहा कि रिलायंस होम फाइनेंस के बोर्ड ऑफ डायरेक्‍टर में शामिल अनमोल अंबानी ने सामान्य उद्देश्य के कॉरपोरेट ऋण या जीपीसीएल ऋण को मंजूरी दी थी. उन्‍होंने यह भी तब क‍िया जब कंपनी के बोर्ड ऑफ डायरेक्‍टर ने साफ क‍िया क‍ि ऐसे लोन को मंजूरी नहीं दी जाएगी.


20 करोड़ के लोन को मंजूरी दी गई थी
अनमोल अंबानी की तरफ से 14 फरवरी, 2019 को एक्यूरा प्रोडक्शंस प्राइवेट लिमिटेड को 20 करोड़ रुपये के लोन की मंजूरी दी गई. जबकि निदेशक मंडल ने 11 फरवरी, 2019 को अपनी मीट‍िंग में मैनेजमेंट को आगे कोई भी जीपीसीएल लोन जारी नहीं करने का निर्देश दिया था. सेबी ने नोट‍िस में कहा गया क‍ि अनमोल अंबानी, कंपनी के निदेशक हैं लेकिन उन्होंने कंपनी को अपने मन मुताबिक चलाया है. उन्होंने अपनी भूमिका से बाहर जाकर काम किया है और ऐसा करके उन्होंने दिखाया है कि वह कंपनी के शेयरहोल्‍डर्स के हित में नहीं, बल्कि अपने ही फायदे के लिए काम कर रहे हैं. (इनपुट भाषा से)