Stock Market: जापान-अमेरिका ने ऐसा हिलाया... बिखर गया शेयर मार्केट, इन 5 कारणों से बाजार में आया भूचाल
Stock Market Crash: दोपहर में 2 बजे सेंसेक्स (Sensex) 751.5 अंक यानी 1.03 फीसदी की गिरावट के साथ 72,026.77 के लेवल पर ट्रेड कर रहा है. इसके अलावा निफ्टी इंडेक्स (Nifty) 233.50 अंक यानी 1.06 फीसदी की गिरावट के साथ 21,822.20 के लेवल पर है.
Stock Market Down: शेयर मार्केट (Share Market) में आज भारी बिकवाली देखने को मिल रही है. दोपहर में 2 बजे सेंसेक्स (Sensex) 751.5 अंक यानी 1.03 फीसदी की गिरावट के साथ 72,026.77 के लेवल पर ट्रेड कर रहा है. इसके अलावा निफ्टी इंडेक्स (Nifty) 233.50 अंक यानी 1.06 फीसदी की गिरावट के साथ 21,822.20 के लेवल पर है. ग्लोबल संकेतों और जापान में 17 साल के बाद बढ़ी ब्याज दरों की वजह से घरेलू बाजार हिल गए हैं.
आइए आपको 5 कारणों के बारे में बताते हैं, जिसकी वजह से घरेलू बाजार में बिकवाली हावी है-
1. जापान की ब्याज दरें
बैंक ऑफ जापान ने 17 सालों के बाद में ब्याज दरों की निगेटिव पॉलिसी को खत्म कर दिया है. इसका असर इंडियन स्टॉक मार्केट पर देखने को मिल रहा है. निक्केई को छोड़कर एशियाई शेयर बाजारों में बिकवाली का दबाव बढ़ गया है.
2. FOMC मीटिंग
अमेरिका में फेड रिजर्व की 2 दिन की मीटिंग आज से शुरू होने वाली है. महंगाई पर आए हालिया आंकड़ों के बाद केंद्रीय बैंक द्वारा ब्याज दरों पर रोक लगाए जाने की काफी उम्मीद की जा रही है. पिछले सप्ताह जारी मुद्रास्फीति के आंकड़ों से पता चला कि अमेरिका में उपभोक्ता कीमतें फरवरी में फिर से बढ़ीं.
3. इनकम टैक्स प्लानिंग
एक्सपर्ट का मानना है कि आम तौर पर मार्च में, निवेशक आयकर रिटर्न (ITR) दाखिल करने से पहले अपने पोर्टफोलियो में बदलाव करते हैं. कुछ लोग मुनाफावसूली करते हैं वहीं, कुछ लोग अपने पोर्टफोलियो को बढ़ाते हैं तो उसका असर भी बाजार पर देखने को मिल सकता है.
4. कमजोर एशियन मार्केट
बैंक ऑफ जापान की तरफ से बदले गए ट्रेंड के बाद एशियाई बाजार में बिकवाली का दबाव दिखाई दे रहा है. इससे ग्लोबल सेंटीमेंट पर भी असर पड़ा है. एक्सपर्ट का मानना है कि भारतीय शेयर बाजार में इस बिकवाली का श्रेय एशियाई शेयर बाजार, खासकर हैंग सेंग में कमजोरी को दिया जा सकता है.
5. ब्रॉड मार्केट में कमजोरी
प्रॉफिटमार्ट सिक्योरिटीज के अविनाश गोरक्षकर के मुताबिक, ब्रॉड मार्केट में कमजोरी भी भारतीय बाजार के सेंटिमेंट को सुधरने नहीं दे रही है. उन्होंने कहा कि पिछले एक महीने में मिडकैप इंडेक्स में 5.60 फीसदी से ज्यादा की गिरावट आई है जबकि मार्च 2024 में स्थिति और भी चिंताजनक है. इसी तरह पिछले एक महीने में स्मॉल-कैप इंडेक्स करीब 10 फीसदी टूट गया है.