PMI Data: जनवरी महीने में सर्विस सेक्टर में आई गिरावट, पीएमआई रहा 57.2 पर
Service Sector Growth: देश भर में सर्विस सेक्टर (Services PMI Data) की गतिविधियों में नरमी देखने को मिली है. देश के सेवा क्षेत्र की गतिविधियों में जनवरी महीने के दौरान नरमी रही, जिससे सेक्टर की ग्रोथ रेट में कमी देखने को मिली है.
PMI Data January 2023: देश भर में सर्विस सेक्टर (Services PMI Data) की गतिविधियों में नरमी देखने को मिली है. देश के सेवा क्षेत्र की गतिविधियों में जनवरी महीने के दौरान नरमी रही, जिससे सेक्टर की ग्रोथ रेट में कमी देखने को मिली है. आज रिपोर्ट जारी कर इस बारे में जानकारी दी गई है. पिछले महीने प्रोडक्शन और सेल्स की रफ्तार में कमी देखने को मिली है.
जनवरी में 57.2 रहा इंडेक्स
आपको बता दें भविष्य के परिदृश्य को लेकर सेवा प्रदाताओं के बीच विश्वास के कमजोर स्तर ने रोजगार सृजन को बाधित किया है. एसएंडपी ग्लोबल इंडिया सेवा पीएमआई कारोबारी गतिविधि सूचकांक (S&P Global India Services Purchasing Managers' Index) जनवरी माह में घटकर 57.2 रह गया है. वहीं, दिसंबर 2022 की बात करें तो उस महीने में यह 58.5 पर था.
दिसंबर के मुकाबले आंकड़ों में आई गिरावट
दिसंबर के मुकाबले जनवरी महीने में आंकड़ें में गिरावट देखने को मिली है. अपने लंबे समय के औसत 53.5 से ऊपर रहा और यह वृद्धि मांग की अनुकूल परिस्थितियों तथा नए कार्य में वृद्धि जारी रहने से हुई है.
50 से ऊपर डाटा दिखाता है विस्तार
सर्विस सेक्टर पीएमआई लगातार 18वें महीने 50 अंक से ज्यादा रहा है. खरीद प्रबंधक सूचकांक (पीएमआई) की भाषा में अगर यह डाटा 50 से ऊपर रहता है तो यह गतिविधियों में विस्तार को दिखाता है. वहीं, 50 से कम होने का मतलब है कि संकुचन हुआ है.
जानें क्या बोलीं अर्थशास्त्री?
एसएंडपी ग्लोबल मार्केट इंटेलिजेंस में अर्थशास्त्र की सहायक निदेशक पॉलियाना डी लीमा ने कहा कि इस साल की शुरुआत में सेवा क्षेत्र में वृद्धि दर थोड़ी घटी है. सर्वे में आगे कहा गया है कि पिछले महीने अंतरराष्ट्रीय ऑर्डर में कमी आई जिससे कुल नए कारोबार में वृद्धि घरेलू बाजार पर केंद्रित रही है.
कंपनियों का प्रोडक्शन मौजूदा स्तर पर रहेगा
लीमा ने कहा है कि रिजल्ट बताते हैं कि सेवा प्रदाताओं ने सतर्क रूख अपना रखा है. यह इस बात से पता चलता है कि बड़ी संख्या में कंपनियों का मानना है कि उत्पादन मौजूदा स्तर पर ही रहेगा. परिदृश्य को लेकर भरोसे में कमी आने की वजह से जनवरी में रोजगार सृजन पर भी असर पड़ा है. इस बीच एसएंडपी ग्लोबल इंडिया कंपोजिट पीएमआई आउटपुट सूचकांक जो सेवाएं एवं विनिर्माण उत्पादन का संयुक्त रूप से आकलन करता है वह दिसंबर के 59.4 से घटकर जनवरी में 57.5 हो गया.
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