Stock Market Crash: अमेरिका में उम्मीद (US Market) से बेकार आए महंगाई के आंकड़ों की वजह से दुनियाभर के बाजारों में हाहाकार मच गया है. इंडियन मार्केट (Indian Stock Market) में भी इसका असर देखने को मिल रहा है. आज घरेलू मार्केट में बड़ी गिरावट देखने को मिली है, जिसके बाद 1000 अंक से ज्यादा फिसलकर बंद हुआ है. ग्रीन पोर्टफोलियो के सीईओ दिवम शर्मा ने 5 बड़े फैक्टर के बारे में बताया है, जिसकी वजह से मार्केट में गिरावट देखने को मिल रही है. 


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भारतीय बाजार में लगातार 3 दिन से है गिरावट
पिछले हफ्ते की शानदार तेजी के बाद इस हफ्ते इंडियन मार्केट में लगातार 3 दिनों से गिरावट देखने को मिल रही है. आज भी शेयर मार्केट लाल निशान में बंद हुए हैं. आइए आपको बताते हैं कि किन 5 कारणों से बाजार में गिरावट आ रही है. 


ग्रीन पोर्टफोलियो के सीईओ दिवम शर्मा ने बाजार में बड़ी गिरावट के 5 प्रमुख कारण के बारे में बताया है-


1. इंडिया के मार्केट ने पिछले कुछ महीनों में ग्लोबल मार्केट की परफॉर्मेंस को पीछे छोड़ दिया है. एक तरफ जहां यूएस मार्केट का नैस्डैक अपने पीक से अभी 20 फीसदी नीचे ट्रेड कर रहा है. वहीं, इंडियन मार्केट का निफ्टी अपने लाइफटाइम पीक से सिर्फ 3 फीसदी दूर है. 


2. विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने इंडियन मार्केट में अगस्त और सितंबर में जम के खरीदारी की है जिसकी वजह से मार्केट ने पिछले कुछ हफ्तों में काफी अच्छा रिटर्न दिया है. वहीं, पिछले 2 दिनों से एफपीआई ने फिर से बिकवाली की है, जिससे मार्केट में निगेटिव इंम्पेक्ट देखने को मिल रहा है. 


3. 21 सितंबर को होने वाली यूएस फेड की मीटिंग में यूएस में ब्याज दरें बढ़ाने की संभावना देखी जा रही है. इस बार यूएस फेड दरों में 0.75 फीसदी से लेकर 1 फीसदी तक का इजाफा कर सकती है. यूएस ब्याज दरों में इतनी बड़ी बढ़ोतरी होने के बाद भारत में भी ब्याज दरों में इजाफा होने की संभावना बढ़ जाएगी. 


4. यूएस में अगस्त में इंफ्लेशन की दर 8.3 फीसदी से रिकॉर्ड हुई है. वहीं, कमोडिटी जैसे क्रूड में पिछले कुछ महीनों में भारी गिरावट का असर ग्लोबल मार्कट में देखने को मिल रहा है. यूएस मार्केट में इसी वजह से रिसेशन की संभावना देखी जा रही है. साथ ही बाजार में बड़ी गिरावट भी देखने को मिल रही है. 


5. इसके अलावा रशिया-यूक्रेन वॉर में गर्माहट, वेस्टर्न देशों में एनर्जी क्राइसेस, डेवलप्ड नेशन जैसे यूके, यूएस में रिसेशन की संभावना और चाइना में कोविड के चलते सप्लाई-चेन में परेशानी से हमारी इकोनॉमी की जीडीपी ग्रोथ में कमी आ सकती है, जिसकी वजह से मार्केट में भी बिकवाली देखी जा रही है. 


जानें क्या है एक्सपर्ट की राय?
wright research की फाउंडर सोनम श्रीवास्तव के मुताबिक, अमेरिकी मुद्रास्फीति के आंकड़े सामने आने के बाद से वैश्विक बाजारों में उथल-पुथल को देखते हुए बाजार में अल्पकालिक अस्थिरता देखी जा सकती है. इसके अलावा यूएस फेड की तरफ से 75 बेसिस प्वाइंट ब्याज दरों में इजाफा होने की संभावना है, जोकि साल 2008 के बाद से अभी तक नहीं देखी गई है. फिलहाल लंबी अवधि में निवेशकों को बाजार में अच्छी ग्रोथ देखने को मिल सकती है. 


महंगाई आंकड़े आने के बाद आईटी सेक्टर बुरी तरह टूटा
अमेरिका में महंगाई के आंकड़े सामने आने के बाद से आईटी सेक्टर बुरी तरह टूटे हैं. इंडिया में आईटी सेक्टर मुख्य रूप से अमेरिकी आईटी कंपनियों से प्रभावित रहते हैं, जिसका असर निफ्टी आईटी सेक्टर पर देखने को मिल रहा है. इसके अलावा ऑटो सेक्टर बाजार का पसंदीदा बन गया है. कच्चे माल और ईंधन की कीमतों में गिरावट, मजबूत घरेलू मांग और त्योहारी सीजन की वजह से यह सेक्टर काफी आकर्षक बना हुआ है. आने वाले समय में ऑटो सेक्टर में आगे भी तेजी देखने को मिल सकती है. 


आज के टॉप लूजर्स स्टॉक्स
आज टेक महिंद्रा के शेयर 4.43 फीसदी की गिरावट के साथ सबसे ज्यादा फिसले हैं. इसके अलावा अल्ट्रा केमिकल, इंफोसिस, एमएंडएम, नेस्ले इंडिया, विप्रो, टीसीएस, रिलायंस, डॉ रेड्डी, एशियन पेंट्स, एचसीएल टेक, बजाज फिनसर्व, एचडीएफसी, एसबीआई, एचडीएफसी बैंक, टाटइन, एलटी, बजाज फाइनेंस, टाटा स्टील, एचयूएल, भारती एयरटेल, आईटीसी, ICICI Bank, मारुति, पॉवर ग्रिड, एनटीपीसी, सन फार्मा और कोटक बैंक के शेयर्स सभी में बड़ी गिरावट रही है. 



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