Share Market: भारतीय शेयर बाजार बीते कई दिनों से गिरा हुआ है. सेंसेक्स और निफ्टी दोनों धड़ाम हो चुके हैं. सेंसेक्स आज हरे निशान के साथ खुलने के बाद कुछ ही मिनटों में फिर से धड़ाम हो गया. वहीं निफ्टी में भी बड़ी गिरावट देखने को मिली. बुधवार को शेयर बाजार में गिरावट के चलते निवेशकों से 80 हजार करोड़ गंवाए तो वहीं गुरुवार को बाजार की हरे निशान से साथ शुरुआत हुई, लेकिन कुछ दी देर में रंग बदल गया. सेंसेक्स 283.59 अंकों की गिरावट के साथ 81,216.80 अंक पर पहुंच गया.  11 बजे तक सेंसेक्स -345.76 -0.42 % की गिरावट के साथ 81,156.23 अंक पर पहुंच गया. 


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शेयर बाजार में गिरावट  


 भारतीय शेयर बाजार गुरुवार को हरे निशान पर खुला। शुरुआती कारोबार में आईटी और पीएसयू बैंक सेक्टर में खरीदारी देखने को मिल रही है. बीएसई का सेंसेक्स 206.02 अंक या 0.25 प्रतिशत की तेजी के बाद 81,707.38 पर कारोबार कर रहा है. वहीं, एनएसई का निफ्टी 14.70 अंक या 0.06 प्रतिशत चढ़ने के बाद 24,986.00 पर कारोबार की शुरुआत कर रहा है. बाजार का रुझान सकारात्मक बना हुआ है.  नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) पर 1114 शेयर हरे, जबकि 903 शेयर लाल निशान पर कारोबार कर रहे हैं. वहीं, बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) पर 1401 शेयर हरे और 950 शेयर लाल निशान पर कारोबार कर रहे हैं. निफ्टी बैंक 12.25 अंक या 0.02 प्रतिशत चढ़ने के बाद के 51,813.30 पर है निफ्टी मिडकैप इंडेक्स 112 अंक या 0.19 प्रतिशत फिसलने के बाद 59, 339.85 स्तर पर कारोबार कर रहा है. वहीं, निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडेक्स 12.45 अंक या 0.06 प्रतिशत चढ़ने के बाद 19,317.35 पर है.  


फेस्टिव सीज़न से पहले बाज़ार में सुस्ती क्यों ? 


भारतीय शेयर बाजार में लगातार हो रही गिरावट के पीछे कई कारक जिम्मेदारी है. ग्लोबल संकेतों और विदेशी निवेशकों की बिकवाली के चलते बाजार हिला हुआ है. ईरान और इजरायल के बीच तनाव बढ़ने से निवेशक डरे हुए हैं. भारत का ईरान और इजरायल दोनों से ही गहरा व्यापारिक नाता है. अगर युद्ध इसी तरह से जारी रहा तो निवेशकों के बीच डर का माहौल बना रहेगा, निवेशकों बाजार से पैसा निकालकर सुरक्षित निवेश की ओर बढ़ते रहेंगे. विदेशी संस्थागत निवेशक (FII) भारतीय शेयर बाजार में जमकर बिकवाली कर रहे हैं. विदेशी निवेशकों की  नजर चीन के स्टॉक मार्केट पर है, जो अब काफी लुभावना हो गया है. बता दें कि पिछले दिनों चीन ने अपनी अर्थव्यवस्था को मौजूदा संकट से उबारने के लिए वित्तीय पैकेज का एलान किया था, जिसके बाद वहां के मार्केट में सरगर्मी बढ़ गई. निवेशकों भारतीय बाजार से पैसा निकालकर चीन में लगा रहे हैं. जिसका असर भारतीय बाजार पर देखने को मिल रहा है.  


आज के टॉप गेनर्स और लूजर्स शेयर  


सेंसेक्स पैक में एशियन पेंट्स, भारती एयरटेल, इंफोसिस, एसबीआई टॉप गेनर्स थे. वहीं, महिंद्रा एंड महिंद्रा, मारुति सुजुकी, एचडीएफसी बैंक, एक्सिस बैंक टॉप लूजर्स थे. निफ्टी पैक में हिंडल्को, एसबीआई, इंफोसिस, विप्रो टॉप गेनर्स थे. बजाज ऑटो, हीरो मोटोकॉर्प, महिंद्रा एंड महिंद्रा टॉप लूजर्स थे. एशियाई बाजारों की बात करें तो टोक्यो को छोड़कर बैंकॉक, शंघाई, हांगकांग, जकार्ता और सोल के बाजार हरे निशान पर कारोबार कर रहे थे. 


वैश्विक बाजार का हाल  
अमेरिकी शेयर बाजार बीते कारोबारी दिन हरे निशान पर बंद हुए थे. बाजार के जानकारों के अनुसार,"तकनीकी रूप से, बाजार समेकन चरण में बना हुआ है, चार्ट संरचना में थोड़ा बदलाव हुआ है. जबकि कीमतों ने ट्रेडिंग रेंज के निचले सिरे का परीक्षण किया और इसके पास बंद हो गई, निफ्टी का 24900 से नीचे का ब्रेक आगे की कमजोरी के लिए दरवाजे खोल सकता है, 24700 के स्तर का परीक्षण कर सकता है. 


बाजार में गिरावट की वजह 


ऊपर की ओर, प्रतिरोध 25100 के आसपास देखा जाता है, उसके बाद 25250 का स्तर; केवल इस सीमा से आगे की चाल ही घंटे के चार्ट पर कुछ तेजी की गति को जगा सकती है  विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने 16 अक्टूबर को 3,436 करोड़ रुपये मूल्य की इक्विटी बेची, जबकि घरेलू संस्थागत निवेशकों ने उसी दिन 2,256.29 करोड़ रुपये मूल्य की इक्विटी खरीदी.