जमशेदपुर (झारखंड) : टाटा मोटर्स की अपने वाणिज्यिक वाहनों में कुछ नयी प्रौद्योगिकी लगाने की योजना है जिसमें आटोमेटेड मैन्युअल ट्रांसमिशन शामिल है। कंपनी इन पहलों के जरिये इस खंड में अपनी स्थिति मजबूत करना चाहती है।


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टाटा मोटर्स के कार्यकारी निदेशक (वाणिज्यिक वाहन) रवि पिशारोदी ने पीटीआई भाषा को यह जानकारी दी। उन्होंने कहा, ‘हम अपने प्राइमा ट्रक, जेनन एक्सटी पिकअप ट्रक तथा हल्के वाणिज्यिक वाहन अल्ट्रा जैसे वाहनों में एएमटी प्रौद्योगिकी लगाने पर विचार कर रहे हैं। ये अगले वित्त वर्ष में बाजार में आ सकते हैं।’ उल्लेखनीय है कि कंपनी घरेलू वाणिज्यिक वाहन बाजार में 60 प्रतिशत से अधिक हिस्सेदारी है और वह फिलहाल अपनी खुद की एएमटी प्रौद्योगिकी के विकास में लगी है। कंपनी ने हाल ही में अपनी सेडान कार जेस्ट में यह प्रौद्योगिकी लागू की है।


उन्होंने कह कि टाटा मोटर्स इस प्रौद्योगिकी को देश में ही विकसित करने पर काम कर रही है ताकि लागत को कम रखा जा सके। टाटा मोटर्स के प्रमुख (वाणिज्यिक वाहन अभियांत्रिकी) ए के जिंदल ने कहा, ‘हम यह आयात के जरिये भी कर सकते थे लेकिन हम अपने आपूर्तिकर्ताओं के साथ इस प्रौद्योगिकी का विकास कर रहे हैं ताकि इसे उचित लागत पर उपलब्ध कराया जा सके।’


वाणिज्यिक वाहनों में इस प्रौद्योगिकी के फायदों के बारे में पूछे जाने पर जिंदल ने कहा, ‘मैन्युअल ट्रांसमिशन की तुलना में यह बेहतर ईंधन दक्षता प्रदान करती है और क्लच लाइफ भी बढ़ती है। इससे उपभोक्ताओं की बचत बढ़ती है।’ इसके साथ ही यह चालकों के लिए भी अच्छी है। जिंदल ने कहा कि कंपनी तरलीकृत प्राकृतिक गैस (एलएनजी) व दो ईंधनों से चलने वाले वाहनों के विकास पर भी काम कर रही है।