Property Sale: रियल एस्टेट मार्केट किसी भी देश की अर्थव्यवस्था में बड़ी हिस्सेदारी रखता है. देश की तरक्की की दिशा निर्धारित करता है. अगर रियल एस्टेट मार्केट चढ़ता है तो देश की अर्थव्यवस्था ग्रोथ दिखाती है. वहीं गिरता रियल एस्टेट मार्केट इकोनॉमी की चिंता बढ़ा देता है. बीते दो सालों से चीन इसी चिंता से परेशान है. चीन के डूबते रियल एस्टेट से वहां की इकोनॉमी को हिला कर रखा दिया. भारत की बात करें तो रियल एस्टेट में निवेश बढ़ा है, लेकिन  जुलाई-सितंबर तिमाही के दौरान हाउसिंग सेल में कमी आई है.


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हाउसिंग सेल में आई गिरावट की वजह


जुलाई-सितंबर तिमाही में हाउसिंग सेल में 5 फीसदी की गिरावट देखने को मिली है.  देश के 8 शहरों में हाउसिंग सेल में 5 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई. रियल एस्टेट ‘ब्रोकरेज’ प्रॉपटाइगर डॉट कॉम ने अपनी रिपोर्ट में इस बात की जिक्र किया है.  प्रॉपटाइगर डॉट कॉम ने रियल इनसाइट नाम की रिपोर्ट में यह जानकारी दी है. बता दें कि प्रॉपटाइगर ऑस्ट्रेलिया की आरईए समूह का हिस्सा है. अपनी रिपोर्ट में उसने कहा है कि हाउसिल सेल में कमी आई है.


कीमत में तेजी की वजह से घटी सेल  


इस सेल के मुताबिक कीमतों में बढ़ोतरी की वजह से रियल एस्टेट की सेल में गिरावट आई है. जुलाई-सितंबर में कुल 96,544 यूनिट्स बेची गईं, जो 2023 में इसी अवधि के दौरान बेची गई 1,01,221 यूनिट्स से 5 प्रतिशत कम है. देश के 8 शहरों में सालाना आधार पर 25 प्रतिशत की गिरावट आई और ये गिरकर 91,863 यूनिट रह गई. 


दिल्ली-NCR में बढ़ती हाउसिंग सेल 


जहां देस के 8 शहरों में हाउसिंग सेल में कमी आई है, वहीं दिल्ली-राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में मकानों की बिक्री बढ़ी है. दिल्ली एनसीआर में जुलाई-सितंबर के दौरान बिक्री सालाना आधार पर 29 प्रतिशत बढ़कर 10,098 इकाई हो गई, जो पिछले साल सामान अवधि में 7,800 इकाई थी.


कहां-कहा घटी सेल  


  •  अहमदाबाद में बिक्री 10,305 इकाई से 9 प्रतिशत घटकर 9,352 यूनिट रह गई.

  • बेंगलुरू में 12,588 इकाई से 11 प्रतिशत घटकर 11,160 यूनिट रह गई.

  •  चेन्नई में 3,874 इकाई से 8 प्रतिशत घटकर 3,560 यूनिट रह गई. 

  •  हैदराबाद में 14,191 इकाई से 19 प्रतिशत घटकर 11,564 इकाई

  • कोलकाता में बिक्री 3,607 इकाई से 22 प्रतिशत घटकर 2,796 इकाई रह गई.

  • मुंबई महानगर में 30,299 इकाइयों से एक प्रतिशत घटकर 30,010 इकाई रह गई.

  • पुणे में  तीन प्रतिशत घटकर 18,004 इकाई रह गई