नई दिल्ली : अमेरिका की तरफ से जनरलाइज्ड सिस्टम ऑफ प्रिफरेंस (जीएसपी) के तहत इंडियन प्रोडक्ट को शुल्क में मिलने वाली छूट को खत्म किए जाने के प्रस्ताव से भारत द्वारा अमेरिका को किए जा रहे निर्यात पर बहुत अधिक प्रभाव नहीं पड़ेगा. यह बात सरकार के एक शीर्ष अधिकारी ने मंगलवार को कही. वाणिज्य सचिव अनूप वाधवन ने कहा कि भारत जीएसपी के तहत अमेरिका को 5.6 अरब डॉलर के सामान का निर्यात करता है, जिसमें से केवल 1.90 करोड़ डॉलर मूल्य की वस्तुएं ही बिना किसी शुल्क वाली श्रेणी में आती हैं.


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उन्होंने कहा कि भारत मुख्य रूप से कच्चे माल एवं जैव रासायनिक जैसी मध्यवर्ती वस्तुओं का निर्यात ही अमेरिका को करता है. उनकी यह प्रतिक्रिया अमेरिकी राष्ट्रपति के उस बयान के बाद आई है, जिसमें उन्होंने कहा कि वह भारत को तरजीही व्यापार के लिए दिए गए दर्जे को समाप्त करने का इरादा रखते हैं. सचिव ने कहा, 'जीएसपी वापस लिए जाने का भारत द्वारा अमेरिका को किए जाने वाले निर्यात पर कोई खास फर्क नहीं पड़ेगा.'


इससे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति ने भारत को बड़ा झटका देते हुए व्यापार छूट बंद करने का प्रस्ताव दिया है. ट्रंप ने मंगलवार को अमेरिकी कांग्रेस को भारत के साथ जीएसपी को खत्म करने के बारे में जानकारी दी. उन्होंने अमेरिकी संसद के स्पीकर को चिट्ठी लिखकर कहा कि अमेरिका भारत का कर्ज मुक्त देश का दर्जा खत्म करेगा. इसी क्रम में ट्रंप ने शनिवार को कहा था कि भारत ऊंची दर से शुल्क लगाने वाला देश है.