UP Mango Export to US: भारत के प्रसिद्ध दशहरी आम की धूम अब अमेरिका में भी मचने जा रही है. अमेरिका के लोग भी अब दशहरी (मलिहाबादी) आम का स्वाद चख पाएंगे. यूपी सरकार ने अमेरिका के लिए 4 टन दशहरी आम भेजा है. ये आम अमेरिका के सैन फ्रांसिस्को, कैलिफोर्निया, न्यूयॉर्क और वाशिंगटन डीसी शहरों के लिए रवाना किए गए हैं. फिलहाल आमों का यह कंसाइनमेंट बेंगलुरु भेजा गया है, जहां से 22 जून को फ्लाइट के जरिए उसे अमेरिकी शहरों में भेज दिया जाएगा. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

बाग मालिकों से संपर्क कर हासिल किए आम


टीओआई की रिपोर्ट के मुताबिक यूपी सरकार की ओर से आमों की यह खेप लखनऊ के सेंट्रल इंस्टिट्यूट फॉर सबट्रॉपिकल हॉर्टिकल्चर (CISH) की ओर से भेजी गई है. संस्थान की ओर से इसके लिए मलिहाबाद में आमों के बाग के 15 मालिकों से संपर्क किया गया था. उनसे आम हासिल करने के बाद उन्हें अब बेंगलुरु भेजा गया है, जहां पर इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ हॉर्टिकल्चर रिसर्च उस खेप की जांच करेगी. इस इंस्टिट्यूट को अमेरिका के FDA की ओर से मान्यता प्राप्त है.


यूपी का आम निर्यात बढ़ाने की कोशिश


CISH के डायरेक्टर टी दामोदरन ने बताया कि अमेरिका में खाद्य वस्तुओं की गुणवत्ता पर बहुत ध्यान दिया जाता है. इसीलिए कई स्तर पर आम की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के बाद उसे हवाई मार्ग के जरिए अमेरिका पहुंचाने का फैसला लिया गया है, जिससे वे खराब न हो पाएं. उन्होंने बताया कि यूपी में आम की बड़े पैमाने पर खेती होती है. पश्चिमी यूपी में जहां लंगड़ा और चौसा आम प्रसिद्ध हैं, वहीं पूर्वी यूपी में लखनवा सफेदा और दशहरी आम प्रसिद्ध हैं. अपने लजीज स्वाद के बावजूद भारत से निर्यात होने वाले आमों में यूपी की हिस्सेदारी बहुत कम है. फिलहाल यह हिस्सा महज 2 प्रतिशत है. इसलिए यूपी सरकार अब अपने आमों की ब्रांडिंग और मार्केटिंग करके आम के निर्यात में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाना चाहती है. 


सबसे ज्यादा उत्पादन, निर्यात बस 2 प्रतिशत


यूपी के औद्योगिक विकास आयुक्त मनोज कुमार सिंह कहते हैं कि दुनियाभर में उगने वाले आम के उत्पादन में भारत की हिस्सेदारी 46 प्रतिशत है, जब निर्यात में भागीदारी केवल 6 प्रतिशत है. भारत में भी आम का सबसे ज्यादा उत्पादन यूपी में होता है, जो देश के कुल उत्पादन का 35 प्रतिशत है. वहीं निर्यात में हिस्सेदारी केवल 2 प्रतिशत है. इसका सीधा सा मतलब है कि अगर यूपी देश के आम निर्यात में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाता है तो इससे मुल्क का निर्यात भी दुनिया में बढ़ जाएगी.


जेवर में बनाया जा रहा टेस्टिंग- ट्रीटमेंट सेंटर


उन्होंने बताया कि इसी सोच के साथ यूपी के आमों को विदेशी बाजारों में बेचने के लिए योगी सरकार नोएडा हवाई अड्डे के पास 50 एकड़ भूमि में एक टेस्टिंग और ट्रीटमेंट सेंटर का निर्माण कर रही है. इसके लिए किसानों से भूमि अधिग्रहण का काम चल रहा है. नोएडा हवाई अड्डे के पास गुणवत्ता जांच केंद्र होने से खरीदार देशों को आम निर्यात करने को भारी प्रोत्साहन मिलेगा.