7000 करोड़ का बिजनेस ठुकराने वाली जयंती चौहान कौन हैं? हर तरफ हो रही चर्चा
Who is Jayanti Chauhan: बोतलबंद पानी की दिग्गज कंपनी बिसलेरी इंटरनेशनल के अधिग्रहण को लेकर चर्चाएं जोरों पर हैं. बिसलेरी इंटरनेशनल की टाटा समूह के साथ बातचीत चल रही थी. लेकिन डील अभी डन नहीं हुई है. टाटा-बिसलेरी के बीच कंपनी के मूल्यांकन पर मत नहीं मिलने के कारण डील फाइनल नहीं हो सकी.
Who is Jayanti Chauhan: बोतलबंद पानी की दिग्गज कंपनी बिसलेरी इंटरनेशनल के अधिग्रहण को लेकर चर्चाएं जोरों पर हैं. बिसलेरी इंटरनेशनल की टाटा समूह के साथ बातचीत चल रही थी. लेकिन डील अभी डन नहीं हुई है. टाटा-बिसलेरी के बीच कंपनी के मूल्यांकन पर मत नहीं मिलने के कारण डील फाइनल नहीं हो सकी. टाटा ग्रुप बिसलेरी में नियंत्रण हिस्सेदारी चाहता था. बिसलेरी के मालिक की डिमांड 1 बिलियन डॉलर है, लेकिन टाटा समूह वैल्यूएशन पर रजामंद नहीं हुआ. ब्लूमबर्ग ने बताया, दोनों कंपनियों के प्रतिनिधियों ने टिप्पणियों को अस्वीकार कर दिया है.
अब आपको बताते हैं कि आखिरकार इतनी बड़ी और लगातार लाभ कमा रही कंपनी को बेचने की नौबत क्यों आई. इसकी वजह हैं जयंती चौहान. जयंती चौहान बिसलेरी इंटरनेशनल के मालिक रमेश चौहान की इकलौती बेटी हैं. जयंती ने इस बिजनेस को चलाने से इनकार कर दिया, जिसके बाद यह डील सामने आई.
पहले आपको रमेश चौहान से परिचित कराते हैं, रमेश चौहान ने पेय पदार्थ क्षेत्र में दशकों तक काम किया है. उन्होंने भारत में थम्स अप, गोल्ड स्पॉट और लिम्का जैसे ब्रांडों की स्थापना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. वह अपनी प्यारी कंपनी को बेचने के लिए कई व्यापारिक घरानों के संपर्क में थे, जिसने वित्तीय वर्ष 2023 में 200 करोड़ रुपये से अधिक का लाभ कमाया था. कंपनी पिछले दो वर्षों में बेहद लाभ में रही है. इसने 2021 में 95 करोड़ रुपये और 2020 में 100 करोड़ रुपये कमाए. यही वजह है कि कंपनी को खरीदने में लोगों की दिलचस्पी बढ़ी. इस अधिग्रहित करने के लिए टाटा कंज्यूमर प्रोडक्ट्स लिमिटेड सबसे आगे था.
रमेश चौहान 82 साल के हैं. वह अपनी बढ़ती उम्र के कारण कंपनी बेच रहे हैं. उन्होंने कहा कि पिछले साल कंपनी की देखभाल करने वाला कोई नहीं था क्योंकि उनकी बेटी - जयंती चौहान - को व्यवसाय चलाने में कोई दिलचस्पी नहीं है. उन्होंने यह भी कहा कि अगर सौदा हो जाता है, तो मौजूदा प्रबंधन दो साल तक जारी रहेगा. चौहान ने यह भी कहा कि वह अल्पांश हिस्सेदारी भी नहीं रखेंगे. उन्होंने कहा कि डील से मिले पैसों का इस्तेमाल वे वॉटर हार्वेस्टिंग, प्लास्टिक रिसाइक्लिंग और चैरिटी जैसे सेक्टर्स में करेंगे.
चौहान ने थम्स अप, गोल्ड स्पॉट, सिट्रा, माज़ा और लिम्का जैसे कई ब्रांड बनाए. उन्होंने इन ब्रैंड्स को कई मल्टीनेशनल कंपनियों को बेच दिया. उनकी एक ही बेटी है- जयंती चौहान. वह बिसलेरी में उपाध्यक्ष हैं. लेकिन, वह व्यवसाय को विरासत में नहीं लेना चाहती. जयंती चौहान लंदन की एक प्रशिक्षित फैशन डिजाइनर और फोटोग्राफर हैं. वह 37 साल की हैं. वह डिजिटल मार्केटिंग, विज्ञापन और संचार विकास जैसे कार्यक्षेत्रों को संभालती हैं. वह एक यात्री, फोटोग्राफर और पशु प्रेमी हैं.
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(एजेंसी इनपुट के साथ)