Appraisal Letter: अप्रेजल लेटर मिलने के दिन करीब आते जा रहे हैं और दफ्तरों में इसी को लेकर गुफ्तगू चल रही हैं कि किसकी कितनी तनख्वाह बढ़ेगी. लेकिन हम आपको ऐसी महिला बॉस के बारे में बता रहे हैं, जिसने दो साल में खुद अपनी सैलरी 1-2 नहीं बल्कि 10 गुना बढ़ा ली थी.


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ये हैं जिलिंगो की पूर्व सीईओ और भारतीय मूल की अंकिती बोस. जिलिंगो सिंगापुर की फैशन टेक फर्म है. अंकिती बोस ने पिछले साल काफी सुर्खियां बटोरी थीं. अकाउंट्स में गड़बड़ियों के कारण उनको कंपनी से निकाल दिया गया था. उन्होंने बिना बोर्ड की इजाजत लिए अपनी सैलरी 10 गुना बढ़ा ली थी. वह इस कंपनी की को-फाउंडर भी हैं.


लगे ये आरोप


INC42 की रिपोर्ट के मुताबिक, साल 2017 में अंकिती बोस की सैलरी 5500 सिंगापुर डॉलर थी. भारतीय मुद्रा में यह 3,37,137 .24 रुपये होती है. लेकिन दो ही साल यानी 2019 में अंकिती की सैलरी 58,900 सिंगापुर डॉलर यानी 36,10,279.55 रुपये तक पहुंच गई. मतलब सीधे-सीधे 10 गुना इजाफा. कंपनी के बोर्ड ने साल 2022 में उन पर वित्तीय गड़बड़ियों का आरोप लगाया. 


जब इन गड़बड़ियों का खुलासा हुआ तो अंकिती बोस को सीईओ के पद से बर्खास्त कर दिया गया. दिलचस्प बात है कि अंकिती को लेकर यह जानकारी ऐसे वक्त पर सामने आई है, जब उन्होंने कंपनी से निकाले जाने के बाद एक स्टार्टअप से गैर-कानूनी तरीके से पैसा लेने का आरोप लगाने वाले निवेशक महेश मूर्ति पर केस किया हुआ है. महेश मूर्ति पर अंकिती बोस ने 100 मिलियन डॉलर यानी 820 करोड़ रुपये का मानहानि मुकदमा ठोका हुआ है. 


इनकी भी बढ़ाई सैलरी


साल 2015 में ध्रुव कपूर और अंकिती बोस ने जिलिंगो, बी2बी स्टार्टअप की शुरुआत की थी. साल 2022 में यह कंपनी यूनिकॉर्न में शुमार हो गई थी. इसका काम बड़े स्तर पर ऑर्डर्स की सप्लाई के लिए रिटेल सेलर्स को एक मंच मुहैया कराना था.  यह भी जानकारी मिली है कि अंकिती ने सिर्फ अपना ही नहीं बल्कि 2017-19 के बीच को फाउंडर ध्रुव कपूर और चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर आदि वैद्य की सैलरी में भी इजाफा किया था. आदि वैद्य की सैलरी में 7 गुना और ध्रुव की तनख्वाह में तीन गुना बढ़ोतरी हुई थी.