Zomato Job News: जोमैटो में चीफ ऑफ स्टाफ के पद पर नौकरी के लिए '20 लाख फीस' को लेकर कंपनी के CEO दीपिंदर गोयल बैकफुट पर नजर आ रहे हैं. उन्होंने इस पर सफाई देते हुए कहा है कि 20 लाख रुपये की फीस की शर्त केवल सर्वश्रेष्ठ उम्मीदवारों को चुनने के लिए लगाई गई थी.


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गोयल की ओर से यह बयान ऐसे समय में आया है जब CEO को सोशल मीडिया पर कड़ी आलोचना का सामना करना पड़ा. दरअसल, बुधवार को उन्होंने एक पोस्ट शेयर करते हुए कहा था कि उन्हें एक चीफ ऑफ स्टाफ की जरूरत है. चुने गए उम्मीदवार को नौकरी के पहले साल के लिए कोई वेतन नहीं मिलेगा, बल्कि आवेदकों को पहले साल के लिए 20 लाख रुपये देने होंगे. 


सीईओ दीपिंदर गोयल ने दी सफाई


गुरुवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर उन्होंने सफाई देते हुए कहा कि 20 लाख रुपये वसूलना कभी भी योजना का हिस्सा नहीं था. उन्होंने उम्मीद जताई कि ‘नौकरी पाने के लिए कंपनी को भुगतान करना इस दुनिया में चलन नहीं बनेगा.’ गोयल ने आगे कहा कि इस पद के लिए 18,000 से अधिक लोगों ने आवेदन किया है. साथ ही उन्होंने आवेदन बंद करने की घोषणा भी की. 


गोयल ने लिखा, "यह सिर्फ एक और नियुक्ति वाली पोस्ट नहीं थी. यह सिर्फ एक फिल्टर था, ताकि ऐसे लोगों को खोजा जा सके जो अपने सामने मौजूद बाधाओं से घिरे बिना, एक तेज रफ्तार करियर के अवसर की सराहना करने की शक्ति रखते हों." 


CEO ने बताया क्या है प्लान?


उन्होंने कहा, "हम उन अधिकांश आवेदनों को अस्वीकार कर देंगे, जिनके पास पैसा है, या जिन्होंने पैसे के बारे में बात भी की है. हमें प्राप्त हुए आवेदनों की भारी संख्या से हम वास्तविक इरादे और सीखने की मानसिकता का पता चलेगा." 


उन्होंने अपने और ‘एक्स’ पर एक यूजर के बीच हुई निजी बातचीत का स्क्रीनशॉट भी शेयर किया, जिसने इस विचार का बचाव किया था. बातचीत में गोयल ने कहा, "हम फाइनली 20 लाख रुपये नहीं मांगेंगे, तथा योग्य व्यक्ति को ही पेमेंट करेंगे." 


एक तरह की भर्ती पोस्ट का समर्थन करते हुए गोयल ने कहा कि ऐसा कुछ दुनिया में सिर्फ एक बार ही किया जा सकता है. अब जब सभी को इसके पीछे की असली मंशा पता चल गई है, तो अगर हम इसे दोबारा करेंगे तो उम्मीद के मुताबिक परिणाम नहीं पा सकेंगे. और मैं वाकई उम्मीद करता हूं कि ‘नौकरी पाने के लिए कंपनी को पैसे देना’ इस दुनिया में चलन न बन जाए. यह अच्छा नहीं है." 



सोशल मीडिया पर लोगों ने की आलोचना


भारत के एक प्रमुख स्टार्टअप के CEO द्वारा अपने कंपनी में नौकरी के लिए 20 लाख रुपये की फीस देने की स्कीम पर कई लोगों ने सवाल उठाए. लोगों का कहना  था कि इससे उन लाखों भारतीयों के लिए यह नौकरी पहले ही खत्म हो जाती है जिनके पास इतनी बड़ी राशि नहीं है.


वहीं, कुछ लोगों ने इसे 'बिना वेतन वाली इंटर्नशिप' करार दिया और गोयल पर कंपनियों के लिए खराब उदाहरण स्थापित करने का आरोप लगाया. एक यूजर ने लिखा, “थोड़े अनुभव वाले लोगों से 20 लाख मांगना अमीर बच्चों के लिए एक आर्टिफिशियल चयन प्रक्रिया बनाता है."