Tiktok को टक्कर देगा Reels फीचर, लॉन्च करते ही 100 बिलियन डॉलर क्लब में शामिल हुए जुकरबर्ग
फेसबुक के संस्थापक मार्क जुकरबर्ग 100 अरब डॉलर नेटवर्थ वाले कारोबारियों की सूची में शामिल हो गए हैं.
न्यूयॉर्क: फेसबुक के संस्थापक मार्क जुकरबर्ग 100 अरब डॉलर नेटवर्थ वाले कारोबारियों की सूची में शामिल हो गए हैं. फेसबुक इंक के शेयरों में उछाल की वजह से उनकी संपत्ति में भी खूब इजाफा हुआ है. दिलचस्प ये है कि मार्क जुकरबर्ग को यह मुनाफा Instagram Reels के लॉन्च के बीच हुआ है. अमेजन के संस्थापक जेफ बेजोस और माइक्रोसॉफ्ट के बिल गेट्स पहले से ही 100 अरब डॉलर क्लब में शामिल हैं और गुरुवार (6 अगस्त) को जुकरबर्ग भी इस लिस्ट के हकदार हो गए हैं. बीते दिन अमेरिका के स्टॉक एक्सचेंज नैस्डैक में फेसबुक के शेयर सात फीसदी बढ़कर 266.6 डॉलर की ऊंचाई पर पहुंचे और 265.26 डॉलर के स्तर पर बंद हुआ.
बता दें कि फेसबुक के नए फीचर Reels के आने से अब यूजर्स को टिकटॉक (tiktok) की कमी नहीं खलेगी. Tiktok पर भारत में प्रतिबंध के बाद फेसबुक अब Reels के जरिए भारतीय यूजर्स को रिझाएगा. Reels भी टिकटॉक जैसा ही फीचर हैं. इससे User अपने इंस्टाग्राम पर 15 सेकंड के छोटे वीडियो शेयर करते हैं.
भारत में टिकटॉक बैन हुआ है. ऐसे में Reels की पेशकश से फेसबुक को अपनी पकड़ बनाने में मदद मिलेगी. दो साल पहले लैस्सो नाम से एक प्लेटफॉर्म बनाया था, लेकिन यह टिकटॉक के दौर में यह यूजर्स को आकर्षित नहीं कर पाया. हालांकि यूजर्स इंस्टाग्राम स्टोरी का भरपूर यूज करते हैं. snapchat के दौर में इंस्टाग्राम मंच पर ही आया स्टोरी फीचर इस वक्त काफी लोकप्रिय है. स्टोरी के इंस्टाग्राम पर आने के बाद फेसबुक और वाट्सअप पर यूजर्स अपनी स्टोरी शेयर करते हैं.
स्टोरी फीचर में यूजर्स किसी फोटो या वीडियो को 24 घंटे के लिए डाल सकते हैं. उसके बाद वह ऑटोमैटिक ही गायब हो जाती है. अब इंस्टाग्राम पर रील्स के वीडियो स्टोरी फीचर के साथ-साथ पेज पर Reels खंड के तहत भी शेयर किया जा सकता है.
फेसबुक कंपनी Reels Feature को ब्राजील में पेश कर चुकी है. अब कंपनी भारत, ब्राजील समेत अमेरिका, जर्मनी, फ्रांस, जापा, ऑस्ट्रेलिया और अन्य 50 देशों में शुरू करने जा रही है. वहीं Microsoft टिकटॉक में हिस्सेदारी खरीदने को लेकर बातचीत कर रही है. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के चीन के स्वामित्व वाली वीडियो ऐप पर प्रतिबंध लगाने की चेतावनी के बाद कंपनी अपनी हिस्सेदारी बेचने को मजबूर है. कंपनी के अकेले अमेरिका में करीब 10 करोड़ यूजर्स हैं.