Physical Classes in Delhi Schools: दिल्ली के स्टूडेंट्स के लिए खुशखबरी है! दिल्ली के सभी स्कूल कल से फिजिकली तौर पर खुलेगे प्रदूषण के कारण अबतक हाइब्रिड मोड में क्लास चल रही थीं. इसके लिए दिल्ली शिक्षा निदेशालय ने आदेश जारी किया है. लंबे समय तक चले ऑनलाइन क्लासेस के बाद छात्र एक बार फिर अपने दोस्तों और टीचर्स के साथ आमने-सामने बातचीत कर सकेंगे.


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कोरोना महामारी के बाद से स्कूलों में ऑनलाइन पढ़ाई का चलन काफी बढ़ गया था. हालांकि, ऑनलाइन क्लासेस के कई नुकसान भी सामने आए. कई छात्रों को ऑनलाइन पढ़ाई में दिक्कतें हुईं, उन्हें इंटरनेट कनेक्टिविटी की समस्या का सामना करना पड़ा.


लेकिन अब, इस फैसले से स्टूडेंट्स को राहत मिली है. फिजिकल क्लासेस के शुरू होने से स्टूडेंट्स को न केवल पढ़ाई में मदद मिलेगी, बल्कि वे अपने दोस्तों के साथ भी मिल सकेंगे और एक-दूसरे के साथ बातचीत कर सकेंगे. इससे उनके मेंटल हेल्थ पर भी पॉजिटिव प्रभाव पड़ेगा.


पिछले महीने, दिल्ली में लगभग 2 मिलियन स्टूडेंट दो हफ्ते से ज्यादा समय तक स्कूल से बाहर रहे, क्योंकि दिल्ली में पॉल्यूशन का लेवल बढ़ गया था. स्कूल बंद करने का उद्देश्य बच्चों को पॉल्यूशन से बचाना था. दिल्ली सरकार ने पिछले हफ्ते स्कूलों को फिर से खोलने का ऑप्शन दिया, और कई स्कूलों ने तब से फिजिकल क्लास फिर से शुरू कर दीं.


स्कूलों को सिलेबस में बाधा को कम करने के लिए प्रदूषण के दौरान ऑनलाइन क्लास का ऑप्शन देने का निर्देश दिया गया था. 29 साल की लैंगुएज टीचर वंदना पांडे ने बताया, "ऑनलाइन पढ़ाई ज्यादा मदद नहीं करती है, कई बच्चों के पास स्मार्टफोन नहीं है या नेटवर्क की समस्या है."


2022 में संयुक्त राष्ट्र की बाल एजेंसी की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि प्रदूषित हवा में सांस लेने वाले बच्चों को (acute respiratory infection) सांस लेने में दिक्कत होने का खतरा ज्यादा होता है. 2021 में मेडिकल जर्नल लंग इंडिया में प्रकाशित एक स्टडी में पाया गया कि राजधानी में स्कूली उम्र के लगभग एक तिहाई बच्चे अस्थमा और एयर फ्लो अवरोध से पीड़ित हैं.


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