UPSC Preparation Strategy for Working Professionals: यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा के लिए हर साल 10 लाख से भी अधिक उम्मीदवार आवेदन करते हैं, लेकिन उनमें से लगभग एक हजार उम्मीदवार ही इस परीक्षा को पास कर सिविल सर्वेट का पद हासिल कर पाते हैं. वहीं, जो उम्मीदवार फुल-टाइम जॉब के साथ इस परीक्षा की तैयारी का सोच रहे हैं, उनके लिए यह परीक्षा और भी ज्यादा चुनौतिपूर्ण है. जॉब के साथ इस परीक्षा की तैयारी के लिए एक रणनीतिक दृष्टिकोण और बेहतर टाइम मैनेजमेंट की आवश्यकता होती है. ऐसे में आज हम आपको उस खास स्ट्रेटजी के बारे में बताएंगे, जिसे फॉलो कर आप इस परीक्षा के लिए जॉब के साथ-साथ तैयारी कर पाएंगे और परीक्षा में सफलता हासिल कर IAS व IPS बनने का अपना सपना पूरा कर सकेंगे.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

रोजाना 4-5 घंटे करें पढ़ाई


यूपीएससी की तैयारी के साथ जॉब करने वालों को रोजाना पढ़ाई के लिए 4-5 घंटे देने होंगे. डेली, साप्ताहिक और मासिक लक्ष्यों को शामिल करते हुए एक कॉम्प्रिहेंसिव शेड्यूल तैयार करने से सिलेबस कवरेज की सुविधा मिलेगी और साथ ही रिवीजन, प्रैक्टिस और आराम के लिए भी समय मिलेगा. परीक्षा की तैयारी की दिशा में लगातार प्रगति सुनिश्चित करने के लिए इस शेड्यूल का पालन करने में निरंतरता (Consistency) महत्वपूर्ण है.


सप्ताह की छुट्टियों (Week Offs) का उचित उपयोग करें


वीक ऑफ पर मिले कीमती खाली समय को बर्बाद करने के बजाय, पढ़ाई के लिए ज्यादा से ज्यादा समय निकालें और पूरे सप्ताह पढ़े हुए सभी टॉपिक्स को रिवाइज करें. इससे टॉपिक्स को गहराई से जाने में मदद मिलेगी.


मॉक टेस्ट पर ध्यान दें


पढ़ाई की दिनचर्या में मॉक टेस्ट को शामिल करना आवश्यक है, विशेष रूप से सेल्फ स्टडी के इच्छुक उम्मीदवारों के लिए, जिनके पास कोचिंग या इंस्टीट्यूट में जाने का समय नहीं है. मॉक टेस्ट एग्जाम फॉर्मेट, सिलेबस की बारीकियों और मार्किंग स्कीम से खुद को परिचित कराने के लिए एक बेहद जरूरी टूल के रूप में काम करता है, जिससे तैयारी और आत्मविश्वास बढ़ता है.


ऑप्शनल सब्जेक्ट का चयन सोच-समझकर करें


ऑप्शनल सब्जेक्ट का बुद्धिमानी से चयन करना महत्वपूर्ण है, विशेष रूप से यूपीएससी की तैयारी के साथ नौकरी की जिम्मेदारियों को संतुलित करने वाले कामकाजी पेशेवरों के लिए. दरअसल, ऑप्शनल सब्जेक्ट अपनी रूची के मुताबिक ही चुनें और साथ ही इस बात पर ध्यान दें कि ऑप्शनल सब्जेक्ट का सिलेबस छोटा हो, ताकि आप निश्चित समय में उसका पूरा सिलेबस कवर कर सकें.


अंततः, फुल-टाइम काम करते हुए यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा में सफलता बेहतर टाइम मैनेजमेंट, अटूट समर्पण और एक अच्छी तरह से संरचित पढ़ाई की रणनीति पर निर्भर करती है. पढ़ाई के सेशन की सावधानीपूर्वक योजना बनाकर, उपलब्ध खाली समय का लाभ उठाकर, मॉक टेस्ट को प्राथमिकता देकर और ऑप्शनल सब्जेक्ट को विवेकपूर्ण ढंग से चुनकर, उम्मीदवार एक साथ नौकरी और परीक्षा की तैयारी की चुनौतियों का सामना कर सकते हैं, और प्रतिष्ठित यूपीएससी सीएसई को क्रैक करने के अपने लक्ष्य को हासिल कर सकते हैं.