IAS Ananya Singh UPSC Success Story: यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा भारत की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक है. हर साल लाखों उम्मीदवार इस परीक्षा में शामिल होते हैं, लेकिन करीब एक हजार उम्मीदवार ही इस परीक्षा में सफलता हासिल कर आईएएस-आईपीएस बन पाते हैं. ज्यादातर उम्मीदवार इस परीक्षा की तैयारी के लिए कोचिंग का सहारा लेते हैं, लेकिन इसके बावजूद लाखों उम्मीदवार परीक्षा का पहला पड़ाव भी क्लियर नहीं कर पाते हैं. हालांकि, बहुत से उम्मीदवार ऐसे भी है, जो बिना किसी कोचिंग के सहारे ही इस परीक्षा में सफलता हासिल कर लेते हैं. आज हम आपको एक ऐसी ही उम्मीदवार के बारे मे बताएंगे, जिन्होंने महज एक साल की तैयारी में ही सिविल सेवा परीक्षा पास कर आईएएस का पद हासिल कर लिया था. 


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10वीं-12वीं में रही डिस्ट्रिक्ट टॉपर
दरअसल, हम बात कर रहे हैं आईएएस अनन्या सिंह की, जिन्होंने इस बात को गलत साबित कर दिया है कि यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी के लिए सालों मेहनत करनी पड़ती है. बता दें अनन्या प्रयागराज की रहने वाली हैं और उन्होंने अपने जिले में कक्षा 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षा में टॉप किया था.


महज 22 साल की उम्र में बनीं IAS
महज 22 साल की छोटी सी उम्र में उन्होंने सिविल सेवा परीक्षा पास कर देश की युवा आईएएस की लिस्ट में अपना नाम शुमार कर लिया है. प्रयागराज के सेंट मैरी कॉन्वेंट स्कूल में अनन्या सिंह ने अपनी शुरुआती पढ़ाई पूरी की. इसके बाद बोर्ड परीक्षा में उन्हें 10वीं में 96% और 12वीं में 98.55% अंक मिले थे. उन्होंने CISCE बोर्ड में जिले की टॉपर के तौर पर दसवीं और बारहवीं दोनों ही कक्षाएं पूरी की हैं.


रोजाना इतने घंटे करती थीं पढ़ाई
कक्षा 12वीं के बाद अनन्या ने दिल्ली के श्री राम कॉलेज ऑफ कॉमर्स से इकोनॉमिक्स ऑनर्स के साथ ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल की. अनन्या का सपना था कि वह बड़े होकर आईएएस अधिकारी बने. इसलिए उन्होंने ग्रेजुएशन के आखिरी साल में ही यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा के लिए तैयारी करना शुरू कर दिया था. वह रोजाना सात या आठ घंटे पढ़ाई करती थीं. परीक्षा के लिए अपनी नींव मजबूत होने के बाद उन्होंने छह घंटे की पढ़ाई का शेड्यूल बनाया. इसके अलावा उन्होंने यूपीएससी प्रीलिम्स और मेंस परीक्षाओं के लिए एक साल पढ़ाई की.


मेरिट लिस्ट में अपनी रैंक देखकर चौंकी
अनन्या ने साल 2019 की यूपीएससी परीक्षा देने से पहले एक साल तक कड़ी मेहनत की. इसके बाद अपने पहले प्रयास में ही अनन्या ने ऑल इंडिया 51वीं रैंक हासिल कर आईएएस का पद प्राप्त कर लिया. जब उन्होंने यूपीएससी सीएसई 2019 परीक्षा के रिजल्ट देखे, तो वह अपनी रैंक देखकर चौंक गई थीं.


नोट्स बनाने पर दिया जोर
उन्होंने महज 22 साल की छोटी सी उम्र में आईएएस अधिकारी बनने का अपना बचपन का सपना पूरा कर लिया. उन्होंने परीक्षाओं की तैयारी के लिए सिलेबस के अनुसार नोट्स बनाए और किताबें इकट्ठी कीं, जिससे उन्हें तैयारी और रिवीजन में काफी मदद मिली. अनन्या ने दावा किया कि क्योंकि परीक्षा की तैयारी के दौरान नोट्स बनाए थे, इसलिए आंसर उनके दिमाग में समा गए थे. बता दें कि वह वर्तमान में पश्चिम बंगाल कैडर में नियुक्त हैं.