Success Story: 3 साल मोबाइल दूरी बनाकर क्लियर किया SSC फिर UPSC क्रैक करके बनीं IAS
IAS Neha Byadwal: अपने पिता की सीनियर आयकर अधिकारी के रूप में सेवा से मोटिवेट होकर, नेहा ने सिविल सेवा में अपना करियर बनाने का फैसला किया.
UPSC Preparation IAS Neha Byadwal: आज की दुनिया में, मोबाइल फोन और सोशल मीडिया हमारी डेली लाइफ में जरूरी टूल बन गए हैं. हालांकि, वे हमें महत्वपूर्ण लक्ष्यों से दूर ले जाने वाले बड़े डिस्ट्रेक्शन के रूप में भी काम कर सकते हैं. नेहा ब्याडवाल ने अपने यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा (सीएसई) की तैयारी के दौरान इसका प्रत्यक्ष अनुभव किया. अपने पहले अटेंप्ट में असफल होने के बाद, उन्होंने सोशल मीडिया से दूर रहने और लगभग तीन साल तक अपने फोन के इस्तेमाल को सीमित करने का फैसला लिया. इस फैसले ने अंततः उन्हें आईएएस अधिकारी बनने के अपने सपने को पूरा करने में मदद की.
एजुकेशन
नेहा ब्याडवाल का जन्म जयपुर, राजस्थान में हुआ और उनका पालन-पोषण छत्तीसगढ़ में हुआ. अपने पिता श्रवण कुमार की सरकारी नौकरी के कारण, उनका परिवार अक्सर ट्रांसफर होता रहता था, जिसका मतलब था कि उन्हें अक्सर स्कूल बदलना पड़ता था. उन्होंने जयपुर में अपनी स्कूली शिक्षा शुरू की और बाद में भोपाल में किड्ज़ी हाई स्कूल, डीपीएस कोरबा और छत्तीसगढ़ में डीपीएस बिलासपुर जैसे स्कूलों में पढ़ाई की.
इन बदलावों के बावजूद, नेहा ने अपनी पढ़ाई में बेहतरीन प्रदर्शन किया और बाद में रायपुर में डीबी गर्ल्स कॉलेज में दाखिला लिया, जहां वह यूनिवर्सिटी टॉपर बनीं. अपने पिता की सीनियर आयकर अधिकारी के रूप में सेवा से मोटिवेट होकर, नेहा ने सिविल सेवा में अपना करियर बनाने का फैसला किया.
आईएएस बनने का सफर
नेहा की सफलता की यात्रा आसान नहीं थी. अपनी शिक्षा पूरी करने के बाद, उन्होंने यूपीएससी सीएसई की तैयारी शुरू की, लेकिन उन्हें असफलताओं का सामना करना पड़ा, वह अपने पहले तीन अटेंप्ट में परीक्षा पास करने में असफल रहीं. यह महसूस करते हुए कि सोशल मीडिया और मोबाइल फोन उनके फोकस में रूकावट बन रहे थे, उन्होंने अपनी तैयारी के दौरान इनसे पूरी तरह दूर रहने का फैसला किया. तीन साल तक, उन्होंने खुद को पूरी तरह से अपनी पढ़ाई के लिए समर्पित कर दिया, यहां तक कि दोस्तों और परिवार से भी खुद को दूर रखा.
हालांकि इस दौरान उन्होंने कई बार SSC परीक्षा पास की, लेकिन उन्होंने नौकरी नहीं की, क्योंकि उनका फाइनल लक्ष्य IAS अधिकारी बनना था. आखिरकार 2021 में उनकी दृढ़ता का फल मिला, जब उन्होंने अपने चौथे अटेंप्ट में CSE पास किया, जिसमें उन्हें ऑल इंडिया रैंक (AIR) 569 मिली. सिर्फ 24 साल की उम्र में नेहा ने अपना सपना पूरा किया और कुल 960 मार्क्स हासिल करके IAS अधिकारी बनीं.
सफलता के बाद का जीवन
अपनी सफलता के बाद नेहा ने सोशल मीडिया पर बड़ी संख्या में फॉलोअर्स प्राप्त किए, इंस्टाग्राम पर उनके 28,000 से ज्यादा फॉलोअर हैं. अब वह तैयारी के टिप्स शेयर करती हैं और उम्मीदवारों को दृढ़ संकल्प के साथ अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए मोटिवेट करती हैं. उनकी कहानी कड़ी मेहनत और फोकस की पावर का एक प्रमाण है.
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