IPS Poonam Dalal UPSC Success Story: किसी ने क्या खूब कहा है, "कौन कहता है आसमान में सुराख हो नहीं सकता, एक पत्थर तो तबियत से उछालो यारों." कुछ इसी तरह के इरादे रखने वाली आईपीएस ऑफिसर पूनम दलाल की कहानी इनती प्रेरणादायक हैं, कि आप भी कहेंगे कि लड़ने का हौसला हो तो ऐसा. पूनम की दृढ़ता और इच्छा शक्ति इतनी काबिले तारीफ है कि नौ महीने की प्रेगनेंट होने के बावजूद उन्होंने UPSC सिविल सेवा परीक्षा दी और एग्जाम क्लियर कर आईपीएस ऑफिसर बन गईं.


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12वीं के बाद करीब 2 साल तक की टीचिंग
पूनम हरियाणा राज्य के झज्जर जिले के एक मिडिल क्लास फैमिली से ताल्लुक रखती हैं, लेकिन उनका जन्म दिल्ली में हुआ और उनकी परवरिश भी दिल्ली में ही हुई. पूनम ने साल 2002 में कक्षा 12वीं पास की थी. बोर्ड परीक्षा क्लियर करने के बाद पूनम ने टीचिंग लाइन में अपना करियर बनने की सोची, जिसके लिए उन्होंने जेबीटी (JBT) का कोर्स किया. कोर्स के खत्म होते ही पूनम को दिल्ली के एमसीडी स्कूल, रोहिणी में टीचर की जॉब मिल गई. यहां उन्होंने करीब 2 साल टीचिंग की और टीचिंग से साथ-साथ दिल्ली विश्वविद्यालय से अपनी ग्रेजुएशन भी पूरी कर ली. 


SBI PO का एग्जाम किया क्रैक
ग्रेजुएशन पूरी करने के बाद पूनम ने विभिन्न बैंकों में प्रोबेशनरी ऑफिसर (PO) के पदों के लिए भर्ती परीक्षा की तैयारी शुरू कर दी. पूनम की तैयारी कुछ ऐसी थी कि उन्होंने SBI की पीओ भर्ती परीक्षा पास कर डाली और एसबीआई में प्रोबेशनरी ऑफिसर के पद पर कार्य करने लगी. 


SSC CGL क्रैक कर बनी इनकम टैक्स ऑफिसर
SBI में काम करने के दौरान पूनम ने एसएससी सीजीएल (SSC CGL) की परीक्षा भी पास कर डाली और एसबीआई में करीब 3 साल काम करने के बाद उन्होंने इनकम टैक्स डिपार्टमेंट जॉइन कर लिया. वहीं, बैंक पीओ और एसएससी सीजीएल की परीक्षा क्लियर करने के बाद पूनम को ऐसा लगा कि उन्हें यूपीएससी की सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी करनी चाहिए. इन दो परीक्षाओं को क्लियर करने के बाद उनका आत्मविश्वास काफी बढ़ गया था. 


पति ने किया UPSC के लिए सपोर्ट
हालांकि, साल 2007 में उनकी शादी हो गई. पूनम की शादी दिल्ली में कस्टम एक्साइज डिपार्टमेंट में कार्यरत असीम दहिया से हुई. असीम ने शादी के बाद पूनम को उनके सपने पूरे करने और यूपीएससी की परीक्षा देने के लिए काफी सपोर्ट किया. 


यूपीएससी के साथ क्रैक किया हरियाणा पीसीएस
करीब 28 साल की उम्र में पूनम ने पहली बार UPSC CSE की परीक्षा दी. परीक्षा क्लियर भी हुई, लेकिन उन्हें RPF डिविजन मिला. डिविजन से नाखुश पूनम ने दोबारा परीक्षा दी, लेकिन इस बार उन्हें IRPS मिला. हालांकि, इसी बीच साल 2011 में उन्होंने Haryana PCS क्लियर कर डाला और हरियाणा पुलिस में Deputy Superintendent का पद संभाला. 


किस्मत ने दिया एक और मौका
वहीं, उसी साल पूनम यूपीएससी का प्री भी क्लियर नहीं कर पाई थी और इसी के साथ उनके सारे अटेंप्ट भी ख्त्म हो गए. लेकिन कहते हैं ना कि "अगर किसी चीज को शिद्दत से चाहों, तो पूरी कायनात तुम्हें उससे मिलाने की कोशिश में जुट जाती है." और ऐसा ही कुछ पूनम के साथ हुआ. साल 2015 में भारत सरकार नें कहा कि "सरकार उन सभी को एक अतिरिक्त मौका देने जा रही है, जिन्होंने साल 2011 में सिविस सेवा परीक्षा दी थी."


9 महीने प्रेग्नेंसी में दी परीक्षा और क्रैक किया UPSC
बस फिर क्या था, पूनम ने इस मौके का पूरा फायदा उठाना चाहा. हालांकि, यह मौका पूनम के लिए एक चुनौती बन कर सामने आया था. दरअसल, पूनम को हरियाणा पुलिस में डीसीपी के पद पर रहते हुए फुलटाइम नौकरी भी करनी थी और साथ ही परीक्षा की तैयारी भी. इसके अलावा बता दें पूनम ने जब यूपीएससी की प्रीलिम्स परीक्षा दी तब वे नौ महीने की प्रेगनेंट थी. वहीं जब उन्होंने मेन्स दिया तब उनका बच्चा मात्र 3 महीने का था. इस कठिन परिस्थितियों का सामना करने के बावजूद, पूनम ने 897 अंकों के साथ 308वीं रैंक हासिल की और IPS Officer बन गई.