Mahatma Gandhi Motivational Thoughts: मोहनदास करमचंद गांधी या महात्मा गांधी एक प्रसिद्ध शक्तिशाली नेता थे. गांधी जी को यूं हीं नहीं राष्ट्रपिता कहा जाता था, उन्होंने  ब्रिटिश शासन के खिलाफ भारत की आजादी के लिए हुए संघर्ष में एक अहम भूमिका निभाई थी. गांधीजी के सत्य- अहिंसा के सिद्धांत दुनिया भर में सामाजिक न्याय और शांति के लिए आंदोलनों को प्रेरित करते हैं. गांधी जी की बर्थ एनिवर्सिरी के मौके पर देशभर में कई तरह के आयोजन किए जाते हैं. यहां हम महात्मा गांधी के कुछ चुनिंदा विचार लेकर आए हैं...


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गांधीजी के बारे में
महात्मा गांधी का जन्म 2 अक्टूबर 1869 को गुजरात के पोरबंदर में हुआ था. गांधी जब 24 साल के थे तब 1893 में दक्षिण अफ्रीका गए थे. इसके बाद वकील बनकर 1915 में गांधीजी भारत लौटे, जिसके बाद गोपाल कृष्ण गोखले के मार्गदर्शन में वह भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस में शामिल हुए. 1918 में उन्होंने बिहार और गुजरात के चंपारण और खेड़ा आंदोलन का नेतृत्व किया था, जो उनकी पहली बड़ी उपलब्धि थी. इसके बाद उन्होंने एक के बाद एक ब्रिटिश हुकूमत के खिलाफ असहयोग आंदोलन, सविनय अवज्ञा आंदोलन, स्वराज और भारत छोड़ो आंदोलनों का नेतृत्व किया.  


महात्मा गांधी के 10 अनमोल विचार


1. मैं मरने के लिए तैयार हूं, लेकिन ऐसी कोई वजह नहीं है, जिसके लिए मैं मारने को तैयार हूं. - महात्मा गांधी


2. प्रार्थना करने में शब्दों से ज्यादा, दिल का होना जरूरी है, बिना दिल के शब्दों से की गई प्रार्थना निरर्थक हैं. - महात्मा गांधी


3. जब तक गलती करने की स्वतंत्रता ना हो, तब तक स्वतंत्रता का कोई मतलब नहीं है. - महात्मा गांधी


4. मेरा धर्म सत्य और अहिंसा पर आधारित है, सत्य मेरा भगवान है अहिंसा उसे पाने का तरीका. - महात्मा गांधी


5. लोकतंत्र का काम करने के लिए ऊपरी ज्ञान नहीं, बल्कि सही शिक्षा की आवश्यकता होती है. - महात्मा गांधी


6. हमें इस तरह जीना चाहिए, जैसे हम कल ही मरने वाले हैं, हमें इस तरह सीखना चाहिए, जैसे हम वर्षों जीवित रहने वाले हैं. - महात्मा गांधी


7. कमजोर कभी क्षमाशील नहीं हो सकता है, क्षमाशीलता ताकतवर की निशानी है. - महात्मा गांधी


8. किसी देश की महानता और उसकी नैतिक उन्नति का अंदाजा हम वहां जानवरों के साथ होने वाले व्यवहार से लगा सकते हैं. - महात्मा गांधी


9. कोई भी हमारे आत्म सम्मान के साथ नहीं खेल सकता, जब तक हम इसकी इजाजत न दें . - महात्मा गांधी


10. जब तक आप किसी को वास्तव में खो नहीं देते, तब तक आप उसकी अहमियत नहीं समझते. - महात्मा गांधी