NCERT Bridge Course: अब मौजूदा सेशन 2024-25 में क्लास 6 में दाखिला लेने वाले बच्चों को पहले अप्रैल में ब्रिज कोर्स करना होगा. एनसीआईआरटी (NCERT) ने छठी क्लास में आने वाले स्टूडेंट्स के लिए यह खास तरह का कोर्स तैयार किया है. इस कोर्स के बाद स्टूडेट्स को मई में सिलेबस की किताबें मिल जाएंगी. आइए जानते हैं कि आखिर ये ब्रिज कोर्स क्या है और क्या है इस कोर्स को तैयार करने के पीछे का खास मकसद? 


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क्लास 3 और 6 के लिए आएंगी नई पाठ्यपुस्तकें 


राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद यानी एनसीआईआरटी ने छठी क्लास में एडमिशन लेने वाले स्टूडेंट्स के लिए ब्रिज कोर्स तैयार किया है. स्कूली शिक्षा के लिए नेशनल करिकुलम फ्रेमवर्क (NCF-SE) पर बेस्ड एकेडमिक सेशन 2024-25 में सबसे पहले कक्षा 3 और 6 की नई किताबें आएंगी. मिली जानकारी के मुताबिक एनसीआरटी के निदेशक प्रोफेसर दिनेश प्रसाद सकलानी ने कहना है कि कक्षा 3 से 12वीं के लिए नई टेक्स्टबुक्स पर काम जारी है.


अप्रैल में बच्चे करेंगे ब्रिज कोर्स


एकेडमिक सेशन 2024-25 में कक्षा 6 की पाठ्यपुस्तकें आने से पहले स्कूलों में अप्रैल में स्टूडेंट्स को ब्रिज कोर्स पढ़ाना होगा. जानकारी के मुताबिक 30 मार्च 2024 तक एनसीईआरटी की ओर से ऑफिशियल वेबसाइट पर ब्रिज कोर्स अपलोड कर दिया जाएगा, जबकि अप्रैल में बुकलेट आ जाएगी. मई में क्लास 6 के छात्र-छात्राओं को नई टेक्स्ट बुक्स मिल जाएंगी. वहीं, कक्षा दूसरी तक पहले से ही स्टूडेंट्स न्यू एजुकेशन पॉलिसी के अनुसार पढ़ाई कर रहे हैं, जबकि क्लास 3 के बच्चों को अप्रैल माह में ही नई बुक्स मिल जाएंगी.


ब्रिज कोर्स का उद्देश्य 


एनसीआरटी निदेशक प्रोफेसर सकलानी के मुताबिक क्लास 5 में स्टूडेंट्स पुराने सिलेबस से पढ़ाई कर रहे हैं. ऐसे में 6वी में आने वाले बच्चों को नई शिक्षा नीति 2020 के जरिए सभी पहलुओं से रूबरू करवाने के लिए ब्रिज कोर्स तैयार किया गया है. एनसीआरटी के निदेशक का कहना है कि एनईपी की मूल अवधारणा के बारे में स्टूडेंट्स और उनके पेरेंट्स को समझाने के लिए ब्रिज कोर्स करना बेहद जरूरी है.


नई शिक्षा नीति और एनसीएफ का मकसद स्टूडेंट्स के लिए शिक्षा व्यवस्था आसान कर उनके स्ट्रेस को कम करना है. जानकारी के मुताबिक एकेडमिक सेशन 2025-26 तक सभी कक्षाओं के लिए नई टेक्स्ट बुक्स तैयार हो जाएंगी.