Uday Krishna Reddy Civil Services: यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा में सफल होना भारत के लाखों उम्मीदवारों का सपना होता है. कई उम्मीदवार इसके लिए खुद को पूरी तरह से समर्पित करने के लिए अपनी मोटी सैलरी वाली नौकरी भी छोड़ देते हैं. उनकी प्रेरणा देश की सेवा करने, समाज में योगदान देने और सार्वजनिक सेवा में अहम भूमिका निभाने की इच्छा से आती है. ऐसी ही एक प्रेरक कहानी आंध्र प्रदेश के एक पूर्व पुलिस कांस्टेबल उदय कृष्ण रेड्डी की है, जिन्होंने आईएएस अधिकारी बनने के अपने सपने को पूरा करने के लिए अपनी सरकारी नौकरी छोड़ दी.


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उदय कृष्ण रेड्डी ने 2013 से 2018 तक आंध्र प्रदेश में पुलिस कांस्टेबल के रूप में काम किया. नौकरी से इस्तीफा देने का उनका फैसला एक पर्सनल घटना से प्रेरित था जिसने उन पर गहरा असर डाला. 2018 में, एक घटना के दौरान, एक सर्किल इंस्पेक्टर (CI) ने उदय को उसके लगभग 60 साथी पुलिसकर्मियों के सामने सार्वजनिक रूप से अपमानित किया. इस अपमान के कारण उन्हें उसी दिन अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा. इस झटके से उबरने और बेहतर भविष्य के लिए दृढ़ संकल्पित उदय ने IAS अधिकारी बनने के लक्ष्य के साथ UPSC सिविल सेवा परीक्षा (CSE) की तैयारी करने का फैसला किया.


सालों की कड़ी मेहनत और लगन के बाद, उदय के मेहनत ने आखिरकार रंग दिखाया. 2023 में, उन्होंने यूपीएससी सीएसई में सफलता प्राप्त की और 780 की अखिल भारतीय रैंक (एआईआर) हासिल की. ​​2023 की परीक्षा के फाइनल रिजल्ट 16 अप्रैल को संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) द्वारा घोषित किए गए, और उदय 1,016 सफल उम्मीदवारों में से एक थे. 


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उदय कृष्ण रेड्डी की जर्नी दृढ़ संकल्प और फ्लेक्सिबिलिटी का एक शानदार उदाहरण है, जो दर्शाती है कि कड़ी मेहनत और दृढ़ता से असफलताओं को अक्सर सफलता के अवसर में बदला जा सकता है.


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