गोरखपुर यूनिवर्सिटी की प्रोफेसर के हाथ में यूपी शिक्षा सेवा चयन आयोग की बागडोर, जानें कितनी पढ़ी-लिखी हैं कीर्ति पांडेय
UPESSC Chairman Kirti Pandey: गोरखपुर विश्वविद्यालय की प्रोफेसर कीर्ति पांडेय को उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है. आइए जानते हैं कि खुद प्रोफेसर पांडेय कितनी पढ़ी-लिखी हैं...
Professor Kirti Pandey Education: लंबे इंतजार के बाद उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग (UPESSC) प्रयागराज को नया अध्यक्ष मिल गया है. यूपीईएससी की बागडोर अब महिला प्रोफेसर सौंपी गई है. जानकारी के मुताबिक गोरखपुर विश्वविद्यालय की प्रोफेसर कीर्ति पांडेय को उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग के चेयरमेन बनाया गया है. कहा जा रहा है कि इस नियुक्ति के बाद लंबे समय से अटकी शिक्षक भर्तियों का रास्ता साफ हो सकेगा और भर्ती प्रक्रिया में तेजी आएगी. आइए जानते हैं प्रोफेसर कीर्ति कितनी पढ़ी-लिखी हैं...
बता दें कि बीते साल ही उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने राज्य में बेसिक एजुकेशन से लेकर सेकंडरी और हायर एजुकेशन डिपार्टमेंट में टीचर्स के रिक्रूटमेंट के लिए उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग का गठन किया था. आयोग में सदस्यों की नियुक्ति तो हो गई थी, लेकिन अध्यक्ष पद खाली था. इस वजह से भर्ती प्रक्रिया शुरू नहीं हो सकी. अब बतौर अध्यक्ष प्रोफेसर कीर्ति पांडेय को नियुक्ति मिली है. इसी के साथ आयोग की गतिविधियों में तेजी आएगी.
प्रो. पांडेय ने कहां से की है पढ़ाई
प्रोफेसर कीर्ति पांडेय ने 1982 में बुद्धा पीजी कॉलेज कुशीनगर से बैचलर डिग्री ली है और 1984 में उन्होंने गोरखपुर यूनिवर्सिटी से मास्टर्स किया. इसके बाद उन्होंने साल 1992 में प्रोफेसर एसपी नागेंद्र के निर्देशन में पीएचडी कंप्लीट की. प्रोफेसर पांडेय के पास हायर एजुकेशन में टीचिंग का 39 सालों का अनुभव है.
निभा चुकी हैं ये महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां
प्रो. पांडेय ने साल 1985 में सोशियोलॉजी डिपार्टमेंट में बतौर लेक्चरर अपने टीचिंग करियर की शुरुआत की थी. इसके बाद 1987 में एसवी डिग्री कॉलेज में एजुकेशन सर्विस कमीशन से नियुक्ति और 1988 में गोरखपुर विश्वविद्यालय में परमानेंट लेक्चरर के तौर पर नियुक्ति मिली. साल 2006 से वह प्रोफेसर के पद पर काम कर रही हैं.
प्रोफेसर ने 2011-2014 तक समाजशास्त्र विभाग के प्रमुख जैसे विभिन्न प्रशासनिक पदों पर कार्य किया है. प्रोफेसर पांडेय ने 2015 से 2017 तक यूजीसी के मानव संसाधन विकास केंद्र के निदेशक के रुप में भी काम किया है. जून 2023 से गोरखपुर यूनिवर्सिटी में डीन आर्ट्स के पद पर रहीं.