UPSC Story: आईएएस बनने के लिए दिन रात एक करके मेहनत करनी पड़ती है, लेकिन जब घर की आर्थिक स्थिति ठीक न हो तो ऐसा करना मुश्किल हो जाता है. आज हम आपको एक ऐसे आईएएस अफसर की कहानी बता रहे हैं जिनके पिता की मौत के बाद, उनकी मां ने घर का खर्च चलाने के लिए बकरी पाली और उनकी पढ़ाई का खर्च उनके टीचर ने दिया. हम आपको बिहार के विशाल कुमार की कहानी बताने जा रहे हैं, जिन्होंने UPSC परीक्षा में 484वां स्थान प्राप्त किया है.


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विशाल की पढ़ाई की बात करें तो उन्होंने साल 2011 में 10वीं की परीक्षा दी थी, जिसमें उन्होंने टॉप किया था. इसके बाद उन्होंने कक्षा 12वीं की पढ़ाई पूरी कर 2013 में आईआईटी कानपुर (IIT Kanpur) में एडमिशन ले लिया और साल 2017 में आईआईटी भी कर ली. 


IIT पास कर विशाल ने घर के आर्थिक स्थिति को ठीक करने और मां की मदद करने के लिए जॉब करने का फैसला लिया. विशाल की जॉब रिलायंस कंपनी में लगी, जहां उन्होंने करीब एक साल काम किया. जॉब के दौरान ही विशाल ने अचानक यूपीएससी की सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी करने की निर्णय लिया.


विशाल की आर्थिक स्थिति और उनकी लग्न के देखते हुए उनके टीचर ने उनकी कोचिंग की फीस भरी और इसके अलावा उन्होंने विशाल को अपने घर में भी जगह दी. वहीं रहकर उन्होंने यूपीएससी की तैयारी की और परीक्षा पास कर आईएएस बन गए.


साल 2008 में विशाल के पिता की मौत हो गई थी. वे ही मजदूरी करके अपने घर का पालन-पोषण करते थे. उनके जाने के बाद घर के हालात बेहद खराब हो गए थे. इसके बाद विशाल की मां ने बकरी और भैंस पालकर घर का खर्च चलाया था.


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