Research On Bats: उल्टे लटके चमगादड़ों बड़े भयानक लगते हैं, बहुत से लोग इनसे डरते हैं और कोई इनके पास नहीं जाना चाहता. हालांकि, चीन के नागरिकों के बारे में यह नहीं कहा जा सकता, क्योंकि ये लोग तो किसी भी जीव-जंतु को खाने से परहेज नहीं करते. चीन से पूरे विश्व में फैली कोविड महामारी को लेकर भी कहा गया था कि यह चमगादड़ों में पाए गए वायरस के कारण हुई थी.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

वहीं, वैज्ञानिकों ने चमगादड़ों पर एक अध्ययन किया, जिसकी रिपोर्ट बिल्कुल चौंका देने वाली है. बस यह समझ लीजिए कि यह रिपोर्ट एक चेतावनी है. अब आप सोच सकते हैं कि यह प्राणी इंसानों के लिए कितने खतरनाक हैं. आइए जानते हैं कि क्यों वैज्ञानिकों ने आगाह करते हुए चमगादड़ों से दूर रहने को कहा है.


रिसर्च में आई यह बात सामने
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक चमगादड़ों पर हुई इस रिसर्च में यह निकलकर सामने आया कि अगर भविष्य में कोरोना जैसी कोई अन्य महामारी फैलती है तो उसकी  वजह चमगादड़ ही होंगे. इसी रिपोर्ट के आधार पर वैज्ञानिक यह अपील कर रहे हैं कि समय रहते इंसानों को चमगादड़ों से दूरी बना लेनी चाहिए, क्योंकि इनके जरिए कोई खतरनाक वायरस फैलता है तो ये खतरनाक साबित होगा. 


चमगादड़ों से रहें दूर
हाल ही में लैसेंट जर्नल में एक रिसर्च छपी थी, जिसमें कहा गया है कि अगर भविष्य में विश्व को कोरोना जैसी महामारी से बचाना है तो चमगादड़ों से दूरी बनाना होगा. इसमें यह भी कहा गया कि सभी देशों में यह कानून बनाना चाहिए कि कोई भी चमगादड़ों से किसी भी तरह की छेड़छाड़ या उनका शिकार ही ना कर पाए. 


चमगादड़ों से निकले हैं बहुत सारे जानलेवा वायरस
चमगादड़ इंसानों के बीच गंभीर रोग लाते हैं. मरबर्ग फिलोवायरस, हेंड्रा, निपाह पैरामाइक्सोवायरस, मर्स, कोरोना वायरस और इबोला जैसे खतरनाक वायरस चमगादड़ों से ही आए थे. ऐसे में वैज्ञानिक को चिंता सताती रही है, इसलिए वे चमगादड़ों से दूरी बनाने की अपील कर रहे हैं. 


यह रिसर्च बनी बहस का मुद्दा
इस रिसर्च के सामने आने के बाद सोशल मीडिया पर यह बहस का मुद्दा बन गया है. लोगों का कहना है कि अगर ऐसा है तो क्यों ना खतरे की जड़ यानी कि चमगादड़ों को ही पूरी तरह से खत्म कर दिया जाए. हालांकि, यह पॉसिबल नहीं है और एक्सपर्ट्स भी इस बात से बिल्कुल भी इत्तेफाक नहीं रखते हैं. क्योंकि चमगादड़ धरती के लिए बहुत जरूरी हैं. इनको मारने से पृथ्वी का संतुलन बिगड़ जाएगा. चमगादड़ ही हैं जो मच्छर-मक्खियों को खाते हैं.