Quiz: सबसे पहले किसने किसे बांधी थी राखी?
Raksha Bandhan Rakhi Festival: हर साल सावन माह की पूर्णिमा के दिन भाई-बहन के प्यार का प्रतीक राखी का त्योहार मनाया जाता है.
Raksha Bandhan 2023: रक्षाबंधन आ गया है. इसको लेकर लोगों की अलग अलग मान्यताएं हैं. सभी अपने तरीके से सेलिब्रेट करते हैं, लेकिन एक चीज लगभग हर जगह कॉमन होती है और वो है बहन भाई की कलाई पर रखी बांधती है. रक्षाबंधन उस निस्वार्थ प्रेम और विश्वास के बारे में है, जो आपने इतने सालों में बनाया है. यह सिर्फ अपने भाई की कलाई पर धागा बांधने और उसके एवज में उपहार लेने से कहीं ज्यादा है.
क्या रात में राखी बांधी जा सकती है?
कई लोग रक्षा बंधन अनुष्ठान करने के लिए रात के समय को अनुपयुक्त मानते हैं.
राखी किस हाथ में पहननी चाहिए?
दिशानिर्देशों में कहा गया है कि राखी केवल दाहिनी कलाई पर ही बांधनी चाहिए.
क्या एक बहन दूसरी बहन को राखी बांध सकती हैं?
एक दूसरे को राखी बांधने के अलावा आप अपनी बहन, चाचा, चाची या अपने पिता को भी राखी बांध सकती हैं.
राखी पर क्या नहीं करना चाहिए?
रक्षाबंधन पर भाई-बहन दोनों को काले रंग से बचना चाहिए. इसे नकारात्मकता का प्रतीक माना जाता है.
राखी कब तक पहननी चाहिए?
यह भाई के विवेक पर निर्भर है कि वह कब तक जनेऊ धारण करना चाहता है. हालांकि, महाराष्ट्रीयन संस्कृति में कहा जाता है कि भाई को रक्षाबंधन के दिन से 15 दिनों तक राखी पहननी चाहिए.
राखी का दूसरा नाम क्या है?
श्रावण (सावन) में मनाये जाने के कारण इसे श्रावणी (सावनी) या सलूनो भी कहते हैं.
सबसे पहले किसने किसे बांधी थी राखी?
जब भगवान विष्णु ने वामन अवतार के रूप में राक्षस राजा बलि से तीन पग में उनका सारा राज्य मांग लिया था और उन्हें पाताल लोक में निवास करने को कहा था. तब राजा बलि ने भगवान विष्णु को अपने मेहमान के रूप में पाताल लोक चलने को कहा. जिसे विष्णु जी मना नहीं कर सके, लेकिन जब लंबे समय से विष्णु भगवान अपने धाम नहीं लौटे तो लक्ष्मी जी को चिंता होने लगी. तब नारद मुनी ने उन्हें राजा बलि को अपना भाई बनाने की सलाह दी और उनसे उपहार में विष्णु जी को मांगने को कहा. मां लक्ष्मी ने ऐसा ही किया और इस संबंध को प्रगाढ़ बनाते हुए उन्होंने राजा बलि के हाथ पर राखी या रक्षा सूत्र बांधा और तभी से राखी की शुरुआत हुई.
चांदी की राखी अच्छी है या बुरी?
पवित्र अनुष्ठानों के संबंध में, धातु चांदी को सबसे शुभ और सबसे आशाजनक धातु माना जाता है और इसलिए, जब बहनें अपने भाइयों के लिए सही राखी की तलाश में होती हैं तो चांदी की राखियां प्राथमिकता होती हैं.