Success Story: SBI SSC समेत 8 सरकारी नौकरियों के लिए सेलेक्ट हुए थे ये IAS, काम करते हुए की UPSC की तैयारी
IAS Kunal Yadav: लगातार प्रतियोगी परीक्षाओं में सफल होकर 8 सरकारी नौकरियों में उनका चयन हो गया. आखिरकार उन्होंने अपनी मनचाही सरकारी नौकरी चुन ही ली. 2015 में उन्होंने पहली बार एसएससी सीजीएल की परीक्षा पास की. लेकिन उन्हें यह नौकरी पसंद नहीं थी और इसलिए वह इसमें शामिल नहीं होना चाहते थे.
IAS Kunal Yadav Success Story: सरकारी नौकरी पाने के लिए हजारों कैंडिडेट्स प्रतियोगी परीक्षाओं में शामिल होते हैं. आम तौर पर कैंडिडेट्स को लगता है कि सरकारी नौकरी के लिए परीक्षा को सफलतापूर्वक पास करने के लिए कम से कम एक साल तक तैयारी करना जरूरी है. आईएएस कुणाल यादव हालांकि इन सबसे अलग हैं क्योंकि नौकरी के अलावा उन्होंने यूपीएससी परीक्षा की तैयारी भी की और उसमें सफल भी हुए.
लगातार प्रतियोगी परीक्षाओं में सफल होकर 8 सरकारी नौकरियों में उनका चयन हो गया. आखिरकार उन्होंने अपनी मनचाही सरकारी नौकरी चुन ही ली. आइए जानते हैं उनकी सक्सेस स्टोरी.
कुणाल यादव ने अपनी सफलता से साबित कर दिया है कि सपनों के आगे कोई रुकावट नहीं होती. वह उन सभी उम्मीदवारों के लिए एक मोटिवेशन हैं जो फुल टाइम नौकरी के साथ-साथ यूपीएससी परीक्षा की तैयारी करना चाहते हैं. रेवाड़ी के शक्तिनगर के कुणाल शुरू से ही पढ़ाई में अच्छे थे. उन्होंने जैन पब्लिक स्कूल से 12वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा में नॉन मेडिकल कैटेगरी में जिला टॉप किया. इसके बाद कुणाल ने दिल्ली के सेंट स्टीफंस कॉलेज से बीएससी की पढ़ाई पूरी की. उन्होंने नॉन-मेडिकल स्ट्रीम में केमिस्ट्री की पढ़ाई की.
आईएएस कुणाल यादव ने 2015 में ग्रेजुएशन के बाद प्रशासनिक सेवाओं की तैयारी शुरू की. 2015 में उन्होंने पहली बार एसएससी सीजीएल की परीक्षा पास की. लेकिन उन्हें यह नौकरी पसंद नहीं थी और इसलिए वह इसमें शामिल नहीं होना चाहते थे. बाद में उन्होंने भारतीय स्टेट बैंक में पीओ के पद के लिए आवेदन किया और उसमें भी उनका चयन हो गया.
IAS कुणाल यादव ने UPSC परीक्षा 2020 के दूसरे अटेंप्ट में 185वीं रैंक हासिल की. IAS ट्रेनिंग के बाद 2021 में उन्हें आयकर विभाग, दिल्ली में इंस्पेक्टर के पद पर नियुक्त किया गया. IAS कुणाल यादव इस बात की मिसाल हैं कि नौकरी के साथ-साथ यूपीएससी परीक्षा की तैयारी भी की जा सकती है. उन्होंने खुद दावा किया कि वह रोजाना 10-12 घंटे पढ़ाई करते थे.
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