IIT Kanpur Suicide Case: आईआईटी-कानपुर की 29 साल की पीएचडी स्टूडेंट प्रियंका जायसवाल ने गुरुवार को कैंपस में अपने हॉस्टर के कमरे में छत के पंखे से लटक कर आत्महत्या कर ली. पिछले 30 दिनों में संस्थान में यह तीसरा सुसाइड है. झारखंड के दुमका की मूल निवासी प्रियंका ने 29 दिसंबर, 2023 को ही आईआईटी-कानपुर में केमिकल इंजीनियरिंग में पीएचडी के लिए दाखिला लिया था.


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एसीपी अभिषेक पांडे ने कहा कि आईआईटी अधिकारियों द्वारा सूचित किए जाने के बाद पुलिस कैंपस में पहुंची और शव को नीचे उतारा और पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया, उन्होंने कहा कि स्टूडेंट के माता-पिता को सूचित कर दिया गया है.


एडिशनल डीसीपी (पश्चिम) आकाश पटेल ने कहा, आत्महत्या के पीछे के संभावित कारणों का शुरुआती जांच के बाद ही पता चलेगा. आईआईटी कानपुर ने एक बयान जारी कर "असामयिक और दुर्भाग्यपूर्ण निधन" पर शोक व्यक्त किया और कहा कि संस्थान ने एक प्रतिभाशाली और होनहार युवा छात्र खो दिया है. इसमें कहा गया है, "संस्थान मौत का संभावित कारण निर्धारित करने के लिए पुलिस जांच का इंतजार कर रहा है."


पुलिस के मुताबिक, शव का पता तब चला जब प्रियंका के पिता नरेंद्र जयसवाल ने हॉस्टल मैनेजर रितु पांडे से कॉन्टेक्ट किया, क्योंकि वह सुबह से उनकी कॉल का जवाब नहीं दे रही थी. प्रियंका के कमरे में बेड के अलावा एक टेबल, रजाई गददे, एक बैग और कुछ कॉपी किताब ही थे. पूरे कमरे को खंगाला, लेकिन कोई सुसाइड नोट नहीं मिला.


11 जनवरी को, एमटेक सेकंड ईयर के छात्र विकास कुमार मीना (31) ने खराब एकेडमिक पर्फोर्मेंश के कारण कोर्स से "अस्थायी रूप से" रोके जाने के बाद अपने हॉस्टल के कमरे में छत के पंखे से लटक कर आत्महत्या कर ली थी. 19 दिसंबर को, आईआईटी कानपुर में बायोसाइंसेज और बायोइंजीनियरिंग विभाग से पोस्टडॉक्टरल रिसर्च कर रही पल्लवी चिल्का (34) ने अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली थी.