IAS Officer Boss: यूपीएससी का सिविल सर्विस एग्जाम क्रैक करने कैंडिडेट्स का सिलेक्शन उनकी रैंक के मुताबिक आईएएस (IAS), आईपीएस (IPS) और आईएफएस (IFS) जैसे महत्वपूर्ण पदों पर होता है. इस पद पर तैनात होने वालों के हाथ में ही कानून व्यवस्था से लेकर सरकार की नई योजनाओं को जन-जन तक पहुंचाने की जिम्मेदारी होती है. आईएएस बनने के बाद कई बड़ी जिम्मेदारी वाले पद संभालने पड़ते हैं. एक आईएएस की प्रत्येक पदोन्नति के साथ उनका पद और वेतन भी बढ़ता है. 


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IAS का सबसे पहला पद
आईएएस ऑफिसर से ज्यादातर लोग यही मतलब डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट ही समझते हैं. हालांकि, यूपीएससी क्रैक करने के बाद कैंडिडेट्स को बहादुर शास्त्री नेशनल एकेडमी एंड एडमिनिस्ट्रेशन (LBSNAA) में ट्रेनिंग दी जाती है. इसके बाद उन्हें कैडर और सर्विस अलॉट किया जाता है. आईएएस अफसर के पद पर पोस्टिंग के बाद 3 महीने केंद्र सरकार के तहत किसी मंत्रालय में काम करना होता है. इसके बाद एसडीएम या असिस्टेंट कमिश्नर के पद पर पहली पोस्टिंग मिलती है, जहां तकरीबन 4 साल की सर्विस देनी पड़ती है.


ये होती है सबसे बड़ी पोस्ट
आईएएस ऑफिसर का सबसे बड़ा पद एडिशनल चीफ सेक्रेटरी, चीफ सेक्रेटरी और कैबिनेट सेक्रेटरी ऑफ इंडिया का होता है. इस पद को आईएएस अफसरों का बॉस भी कहा जा सकता है. इस पद पर चयन होने के बाद दो साल सेवा देने के बाद रिटायरमेंट मिलता है. जानकारी के मुताबिक आईएएस ऑफिसर के करियर में 37 साल की सर्विस करने के बाद इस पद पर नियुक्ति मिलती है.  


इतनी मिलती है सैलरी कितनी
आईएएस ऑफिसर को एसडीएम, एएसपी या असिस्टेंट कमिश्नर के तौर पर नियुक्ति मिलती है. उन्हें बेसिक सैलरी लेवल 10 के आधार पर 56,100 रुपये के अलावा अन्य भत्ते भी दिए जाते हैं. सबसे बड़े पद कैबिनेट सेक्रेटरी ऑफ इंडिया पर चयनित होने वाले ऑफिसर्स की बेसिक सैलरी 2,50,000 रुपये मिलती है.