NEET फेल स्टूडेंट्स यहां से कर सकते हैं MBBS, जानिए क्या हैं भारत में डॉक्टर बनने के नियम
MBBS in India: विदेश से मेडिकल की पढ़ाई करके अगर भारत में डॉक्टर बनना है, तो इसके लिए फॉरेन मेडिकल ग्रेजुएट्स एग्जामिनेशन (FMGE) परीक्षा पास करके ही भारत में डॉक्टरी का लाइसेंस मिलता है.
NEET Exam: नीट में हर साल लाखों की संख्या में स्टूडेंटस एग्जाम देते हैं लेकिन भारत में मेडिकल के लिए इतनी सीट्स नहीं हैं. तो इसके बाद स्टूडेंट्स के पास क्या ऑप्शन बचता है. तो आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि जो स्टूडेंट्स नीट की परीक्षा पास नहीं कर पाए हैं वह कैसे MBBS डॉक्टर बन सकते हैं.
नीट में फेल होने वाले स्टूडेंट्स के पास विदेश से मेडिकल की पढ़ाई करने का ऑप्शन है. बांग्लादेश, कजाखिस्तान, किर्गिस्तान, फिलीपींस ऐसे देश हैं, जहां डॉक्टरी की पढ़ाई का खर्चा भारत से सस्ता है. रूस, अमेरिका, चीन, पोलैंड जैसे देशों में मेडिकल की पढ़ाई के लिए कई प्रतिष्ठित यूनिवर्सिज हैं.
कजाखिस्तान
यहां भी अधिकांश मेडिकल कॉलेजों में किफायती फीस पर डॉक्टरी की पढ़ाई होती है. एमबीबीएस करने के यहां के मशहूर संस्थान हैं- साउथ कजाकिस्तान मेडिकल एकेडमी, कजाख नेशनल मेडिकल यूनिवर्सिटी, अस्ताना मेडिकल यूनिवर्सिटी और अल फराबी कजाख यूनिवर्सिटी.
नेपाल
पड़ोसी मुल्क नेपाल में भी मेडिकल एजुकेशन का इंफ्रास्ट्रक्चर काफी अच्छा है. यहां मेडिकल की पढ़ाई, रहने खाने का खर्च भारत के प्राइवेट कॉलेजों की तुलना में काफी कम है. यहां नेशनल मेडिकल कॉलेज, नोबेल मेडिकल कॉलेज, यूनिवर्सल कॉलेज ऑफ मेडिकल साइंसेज, और चितवन मेडिकल कॉलेज एमबीबीएस की डिग्री पाने के लिए अच्छे ऑप्शन हैं.
रूस
मेडिकल स्टडीज के लिए रूस सिर्फ भारत ही नहीं, अन्य कई देशों के स्टूडेंट्स की पसंद रहा है. दरअसल रूस की सरकार मेडिकल की पढ़ाई पर भारी सब्सिडी देती है. रूस में कई प्रतिष्ठित मेडिकल कॉलेज हैं. कजान फेडरल यूनिवर्सिटी, बशकिर स्टेट मेडिकल यूनिवर्सिटी, अल्ताई स्टेट मेडिकल यूनिवर्सिटी यहां के मशहूर मेडिकल कॉलेज हैं.
चीन
चीन में 45 ऐसे मेडिकल इंस्टीट्यूट्स हैं जो मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया (एमसीआई) से अप्रूव्ड हैं. यहां एमबीबीएस करने के लिए यहां कुनमिंग मेडिकल यूनिवर्सिटी, चाइना मेडिकल यूनिवर्सिटी, नानजिंग मेडिकल कॉलेज और झेंग्झौ विश्वविद्यालय प्रतिष्ठित मेडिकल संस्थान हैं.
बांग्लादेश
पड़ोसी देश बांग्लादेश भी धीरे-धीरे भारतीय मेडिकल छात्रों की पसंद बन रहा है. बांग्लादेश में प्रसिद्ध मेडिकल कॉलेज हैं- बांग्लादेश मेडिकल कॉलेज, एशियन मेडिकल कॉलेज और बीजीसी ट्रस्ट मेडिकल कॉलेज.
भार में देना होगा ये एग्जाम
विदेश से मेडिकल की पढ़ाई करके अगर भारत में डॉक्टर बनना है, तो इसके लिए फॉरेन मेडिकल ग्रेजुएट्स एग्जामिनेशन (FMGE) परीक्षा पास करके ही भारत में डॉक्टरी का लाइसेंस मिलता है. इस टेस्ट को पास करना काफी कठिन होता है. टेस्ट एक बार में पास करने की दर 20 फीसदी से कम पाई गई है.
विदेश से MBBS कर रहे हैं तो NMC की इन गाइडलाइंस को ध्यान रखना जरूरी
54 महीने की पढ़ाई हो और 12 महीने की इंटर्नशिप की अनिवार्यता.
जॉइनिंग के 10 साल के भीतर कोर्स पूरा हो जाना चाहिए.
पढ़ाई का माध्यम भी अंग्रेजी होना चाहिए.
जिस देश की यूनिवर्सिटी से मेडिकल की पढ़ाई की है, उसी देश में इंटर्नशिप और एग्जाम पूरे करने होंगे.
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