IIT JEE देश की सबसे मुश्किल परीक्षाओं में से एक है और इसके लिए रणनीतिक योजना, समर्पण और अनुशासित दृष्टिकोण की आवश्यकता होती है. हर साल भारत के विभिन्न हिस्सों से लाखों छात्र परीक्षा पास करने और IIT में सीट सुरक्षित करने के लिए IIT JEE प्रवेश परीक्षा में बैठते हैं. लेकिन केवल कुछ हजार प्रतिभाशाली छात्र ही IIT JEE प्रवेश परीक्षा पास करने में सफल होते हैं. आज, हम चित्रांग मुर्डिया की असाधारण कहानी लेकर आये हैं, जिन्होंने मेहनत के दम पर आल इंडिया रैंक 1 हासिल की और IIT बॉम्बे में एडमिशन लिया. लेकिन वो इस कॉलेज में पढाई नहीं कर पाए. एडमिशन लेने के एक साल बाद ही उन्होंने पढ़ाई छोड़ दी.


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दरअसल, चित्रांग मुर्डिया ने भौतिकी में डिग्री हासिल करने के लिए मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (एमआईटी) जाने का फैसला कर ल‍िया था और यही वजह है क‍ि उन्होंने आईआईटी बॉम्बे से कंप्यूटर साइंस की पढ़ाई छोड़ दी.  


आईआईटी-जेईई में शीर्ष स्थान प्राप्त करने वाले इस छात्र के आईआईटी बॉम्बे छोड़ने के फैसले से कई लोग हैरान थे. उन्होंने ह्यूमन्स ऑफ बॉम्बे पोस्ट में बताया कि इस फैसले से सभी लोग हैरान थे और इसमें मेरे दोस्त भी शामिल थे. लोग कहते थे कि तुम बच्चे हो और अपने जीवन के महत्वपूर्ण निर्णय लेना नहीं जानते और आईआईटी से इंजीनियरिंग की डिग्री लेने के बाद तुम लाखों में कमाओगे.  


चित्रांग मुर्डिया अपने पैशन को फॉलो करना चाहते थे. उनका मानना है क‍ि अपने पैशन को फॉलो करके भी कामयाबी हास‍िल की जा सकती है. इसमें कामयाबी के ज्‍यादा चांसेज हैं. च‍ित्रांग ने अपने पोस्‍ट में ल‍िखा क‍ि मैंने देखा है कि फ‍िज‍िक्‍स और मैथ्‍स के अच्छे स्‍टूडेंट कंप्यूटर साइंस और इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग जैसे कोर्स में एडम‍िशन के लिए भीड़ को फॉलो करते हैं. मेरा फैसला उन छात्रों का मनोबल बढ़ाएगा जो साइंस में अपने इंटरेस्‍ट को आगे बढ़ाना चाहते हैं, लेकिन फैम‍िली प्रेशर या पैसे के कारण ऐसा नहीं कर पाते हैं. 


चित्रांग मुर्डिया ने अपने लिंक्डइन प्रोफाइल पर खुलासा किया है कि उन्होंने साल 2018 में MIT से फ‍िज‍िक्‍स में ग्रैजुएशन की पढ़ाई पूरी की और साल 2023 में कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय, बर्कले से पीएचडी की है.