SDM Poonam Success Story: एक मां के लिए अपने बच्चे से दूर रहना सबसे मुश्किल चीजों में से एक होता है. इसके साथ ही जब मां को ताने मिलें तो यह मुश्किल दोगुनी हो जाती है. आज हम आपको एक ऐसी ही मां की कहानी बताने जा रहे हैं जिन्होंने लोगों के तानों का जवाब देने के लिए SDM बनकर दिखाया. 


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कहानी पूनम गौतम की है जो तैयारी करने के लिए अपनी बेटी से दूर हुई थीं और दिल्ली आ गईं थीं. उनके लिए यहां दिल्ली आना बहुत तकलीफ देने वाला था, लेकिन कुछ बनना था तो जरूरी भी था. जब पूनम दिल्ली आई थीं तो लोगों ने उनपर ताने मारे थे, उनकी ममता पर सवाल उठाए थे कि बच्चे को छोड़कर पढ़ाई करने के लिए जा रही है. मां की ममता पर सवाल उठना उनके लिए कष्ट देने वाला था लेकिन फोकस करियर पर था तो हिम्मत नहीं हारी और लगातार अपनी तैयारी की ओर बढ़ती रहीं. 


सबसे पहले पूनम ने जब सिविल सर्विस की तैयारी करने का फैसला किय तो कुछ लोगों ने उन्हें मना किया डिमोटिवेट किया. पूनम हिंदी मीडियम से पढ़ी हुई थीं. लोगों ने कहा कि हिंदी मीडियम से पढ़ने वालों के लिए आसान नहीं होता है. बहुत मुश्किल है. तब पूनम ने नेगेटिव थॉट्स वाले लोगों से दूरी बना ली और अपनी तैयारी पर फोकस किया. 


पूनम कहती हैं कि जब वह तैयारी कर रही थीं तो उन्हें बेटी की याद आती थी तो रोती थीं, लेकिन बेहतर भविष्य के लिए तैयारी जरूरी थी. जो कुछ भी किया वो एक बेहतर कल के लिए किया था. 


पूनम की स्ट्रेटजी के बारे में बात करें तो उन्होंने सबसे पहले अपने सिलेबस के मुताबिक स्टडी मैटेरीयल इक्टठा किया और स्ट्रेटजी बनाई. उन्होंने अपनी स्ट्रेटजी को पूरी तरह से खुद पर लागू किया और उसी के मुताबिक पढ़ाई की. पूनम ने प्री, मेन्स और इंटरव्यू की तैयारी अलग अलग की. पॉजिटिव सोच रखी और मेहनत रंग लाई. पूनम की यूपीपीसीएस 2019 में तीसरी रैंक आई थी और SDM बन गईं. 


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