SDM Poonam Gautam Success Story: जब आप कुछ करने की ठान लेते हैं तो फिर आपको अपने लक्ष्य के अलावा कुछ भी नहीं दिखाई देता. ऐसी ही कहानी है SDM पूनम गौतम की. जब पूनम ने ठान लिया कि उन्हें अपना करियर बनाना है उसके लिए उन्होंने काफी त्याग भी किया. उन्हें इसके लिए अपनी बेटी से भी दूर रहना पड़ा. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

पूनम गौतम की पढ़ाई की बात करें तो वह हिंदी मीडियम से पढ़ी हैं. उसी के मुताबिक पूनम ने अपना स्टडी मैटेरियल तैयारी किया. स्टडी मैटेरियर इक्ठ्ठा करने के बाद उन्होंने अपनी स्ट्रेटजी बनाई थी. जो भी उन्होंने अपनी पढ़ाई की स्ट्रेटजी बनाई थी उसे फॉलो किया. जब उन्होंने तैयारी करनी शुरू की तो इसके लिए उन्होंने प्री एग्जाम, मेन्स एग्जा और इंटरव्यू की तैयारी के लिए अलग स्ट्रेटजी बनाई थी. 


पूनम के एसडीएम बनने की राह आसान नहीं थी क्योंकि उन्हें सफलता पहली ही बार में नहीं मिल गई थी. हालांकि जब वह असफल हुईं तो उससे सीख लेकर उन्होंने अपनी तैयारी को और मजबूत किया और पढ़ाई की. जब पूनम ने अपनी तैयारी शुरू की थी तो उस समय उनकी शादी हो चुकी थी और बेटी भी थी. जब उन्होंने दिल्ली में रहकर तैयारी करने का फैसला किया तो उन्हें लोगों के ताने भी सुनने पड़े, उनकी ममता पर भी सवाल उठाए गए, लेकिन उन्होंने अपना फैसला नहीं बदला. एसडीएम बनकर उन्होंने लोगों के तानों का मुंहतोड़ जवाब दिया. 


पूनम कैंडिडेट्स को सलाह देती हैं कि अपने आसपास नेगेटिव लोगों की बातों पर ध्यान न दें. अपनी सोच पॉजिटिव रखें. खुद कड़ी मेहनत जारी रखें और टारगेट पर फोकस करें. अपनी पढ़ाई की स्ट्रेटजी अपनी क्षमताओं के मुताबिक तैयार करने न कि दूसरों की देखकर.


पाठकों की पहली पसंद Zeenews.com/Hindi - अब किसी और की ज़रूरत नहीं