How to Become Teacher in Military Schools: देश के सबसे प्रतिष्ठित स्कूलों में से एक हैं हमारे आर्मी स्कूल्स, जहां पर आर्मी ऑफिसर्स और सिविलियन्स के बच्चे पढ़ते हैं. केंद्रीय रक्षा मंत्रालय के अधीन आने वाले ये स्कूल हमारे देश के सबसे पुराने सरकारी स्कूलों में से आते हैं.


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इस समय भारत में 5 राष्ट्रीय मिलिट्री स्कूल हैं. ये शिमला, अजमेर, धौलपुर, बेलगाम और बेंगलुरु में स्थित है. इन स्कूलों में टीचर की पोस्ट बहुत ही प्रतिष्ठित होती है. यहां जानिए कि राष्ट्रीय मिलिट्री स्कूल में कैसे टीचर की नौकरी हासिल की जा सकती है और यहां सैलरी कितनी मिलेगी.


निकलते रहते हैं जॉब नोटिफिकेशन 
अलग-अलग राष्ट्रीय मिलिट्री स्कूल की ओर से असिस्टेंट टीचर्स की पोस्ट पर समय-समय पर वैकेंसी निकाली जाती हैं. भर्ती निकलने के बाद नोटिफिकेशन में दिए गए पात्रता मापदंडों को पूरा करने वाले कैंडिडेट्स इन पदों के लिए आवेदन कर सकते हैं. 


आवेदन के लिए ये चाहिए क्वालिफिकेशन
राष्ट्रीय मिलिट्री स्कूल में टीचर की जॉब पाने के लिए कैंडिडेट्स के पास संबंधित विषय में ग्रेजुएशन होना चाहिए. इसके अलावा उनके पास बीएड और  NCERT में रीजनल कॉलेज ऑफ एजुकेशन की 4 वर्षीय इंटिग्रेटेड डिग्री कोर्स होना जरूरी है. वैसे संबंधित विषय में पोस्ट ग्रेजुएशन के साथ टीचिंग एक्सपीरियंस, इंग्लिश लिखने, पढ़ने और  बोलने में एक्सपर्ट और सीटीईटी क्वालिफाईड को वरीयता मिलती है. 


आयु सीमा
राष्ट्रीय मिलिट्री स्कूल में टीचर बनने के लिए अभ्यर्थियों की उम्र 30 साल से ज्यादा नहीं होनी चाहिए. हालांकि, रिजर्व कैटेगरी को अधिकतम आयु सीमा में सरकारी नियमों के मुताबिक छूट मिलती है.


ऐसे होता है चयन
राष्ट्रीय मिलिट्री स्कूल की ओर से प्राप्त आवेदनों के आधार पर कैंडिडेट्स की स्क्रीनिंग होती है. इसके बाद शॉर्टलिस्टेड अभ्यर्थियों को इंटरव्यू और टीचिंग प्रैक्टिस के लिए इनवाइट किया जाता है.


सैलरी मिलती है शानदार
आर्मी स्कूल में ग्रुप बी के तहत आने वाली टीचर की पोस्ट नॉन गैजेटेड और नॉन मिनिस्टीरियल होती हैं. चयनित कैंडिडेट्स को लेवल 7 के तहत 44,900 से लेकर 1,42,400 रुपये का पे स्केल दिया जाता है.