IAS Success Story: चार साल के बेटे की मां के लिए कितना मुश्किल था यूपीएससी क्लियर करना, पढ़िए पूरी कहानी
IAS Anu Kumari Success Story: यूपीएससी परीक्षा को क्रैक करने के लिए उनके लगातार प्रयास और समर्पण का फल मिला. साल 2017 में उन्हें AIR 2 मिली. साल 2017 में उनका यह दूसरा अटेंप्ट था.
UPSC IAS Topper Anu Kumari: संघ लोक सेवा आयोग, यूपीएससी हर साल सिविल सेवा परीक्षा आयोजित करता है और कई कैंडिडेट्स इसके लिए उपस्थित होते हैं. क्रैक करने के लिए कठिन परीक्षाओं में से एक मानी जाने वाली, यहां यूपीएससी आईएएस टॉपर अनु कुमारी की कहानी है, जो सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी के लिए अपने बेटे से दो साल तक नहीं मिलीं. अनु कुमारी फिलहाल केरल कैडर में पोस्टेड हैं.
अनु कुमारी सोनीपत, हरियाणा की रहने वाली हैं, अनु ने सोनीपत के शिव शिक्षा सदन से शुरुआती पढ़ाई की है. जिन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय से फिजिक्स में बीएससी (ऑनर्स) में ग्रेजुएशन किया और आईएमटी, नागपुर से फाइनेंस और मार्केटिंग में पोस्टग्रेजुएशन पूरी की. उन्होंने नौकरी भी हासिल की और आईएएस अधिकारी बनने के अपने सपने को आगे बढ़ाने का फैसला करने के बाद छोड़ दिया. अनु कुमारी ने साल 2012 में शादी की और गुड़गांव ट्रांसफर हो गईं.
लगभग 9 साल तक नौकरी करने के बाद अनु ने प्रशासनिक सेवा की तैयारी शुरू की थी. साल 2016 में वह पहली बार परीक्षा में शामिल हुई थीं और वह एक नंबर से रह गईं और परीक्षा में असफल रहीं. उनका बेटा भी था जो बहुत छोटा था. उन्हें खुद के लिए तैयारी करना और उसकी देखभाल करना भी मुश्किल लगता था इसलिए उन्होंने अपने बेटे को अपनी मां के घर भेज दिया और दो साल तक अपने बेटे से नहीं मिलीं. तब बेटे की उम्र महज 4 साल थी.
यूपीएससी परीक्षा को क्रैक करने के लिए उनके लगातार प्रयास और समर्पण का फल मिला. साल 2017 में उन्हें AIR 2 मिली. साल 2017 में उनका यह दूसरा अटेंप्ट था. साल 2012 में गुरुग्राम के बिजनेसमैन वरुण दहिया से उनकी शादी हो गई थी.
नई नौकरी की तलाश में हैं तो तुरंत क्लिक करें
भारत की पहली पसंद Zeenews.com/Hindi - अब किसी और की जरूरत नहीं