NDA Exam 2023: सेना में बनना है अधिकारी, तो एनडीए परीक्षा के लिए ऐसे तैयार करें स्ट्रेटजी, ये रहे जरूरी पाइंट्स
NDA 1 2023 Strategy: सेना में ऑफिसर के तौर पर सरकारी नौकरी का सपना देख रहे युवा इन दिनों कड़ी मेहनत में जुटे हैं. सेना में अपना शानदार करिअर बनाने और एनडीए/एनए 1 एग्जाम में सफलता पाने के लिए इस स्ट्रेटजी को अपनाएं.
NDA 1 2023 Strategy: नेशनल डिफेंस एकेडमी के आर्मी, नेवी और एयर फोर्स विंग में प्रवेश के लिए एनडीए परीक्षा का आयोजन 16 अप्रैल 2023 से होने जा रहा है. संघ लोक सेवा आयोग द्वारा एनडीए परीक्षा का आयोजन साल में दो बार किया जाता है. एनडीए परीक्षा के लिए एडमिट कार्ड जारी किए जा चुके हैं. जो अभ्यर्थी परीक्षा में शामिल होने जा रहे हैं, वे अपना एडमिट कार्ड डाउनलोड कर लें.
इस परीक्षा होने में अब कुछ ही समय बाकी है. ऐसे में बेहतर तैयारी के लिए अभ्यर्थियों को स्मार्ट तरीके से पढ़ाई करना होगा. अभ्यर्थियों को सिलेबस कवर करके रिवीजन पर विशेष ध्यान देना जरूरी है. ऐसे में यहां कुछ जरूरी पॉइंट्स दिए जा रहे हैं, जो तैयारी के दोरान आपके बेहद काम आएंगे...
बता दें कि हर बार एनडीए एग्जाम के माध्यम से 350-400 युवाओं को राष्ट्रीय रक्षा अकादमी और नौसेना अकादमी अपने कोर्सेस में एडमिशन देती हैं. चयनित कैंडिडेट्स यहां से ट्रेनिंग हासिल करके देश की सेनाओं में ऑफिसर बनते हैं.
कम दिनों में ऐसे करें बेहतर तैयारी
शुरुआत से अब तक अपनी तैयारी के दौरान बनाए गए नोट्स का पूरा रिवीजन करें.
महत्वपूर्ण पाइंट्स को एक दो शब्दो में लिखें, इससे आप परीक्षा से एक दिन पहले क्विक रिवीजन कर सकेंगे.
इस परीक्षा में शामिल होने से पहले मॉक टेस्ट्स और प्रीवियस ईयर के पेपर्स से ज्यादा से ज्यादा प्रैक्टिस करें.
इससे परीक्षा में पूछे जाने वाले प्रश्नों का लेवल समझने में बहुत हेल्प मिलेगी और उन्हें सॉल्व करने की स्पीड भी बेहतर होगी.
यूपीएससी एनडीए एग्जाम का पैटर्न
एनडीए/एनए 1 एग्जाम में सिलेक्शन के लिए लिखित परीक्षा का आयोजन अंग्रेजी और हिंदी दोनों भाषाओं में होगा. इसमें अभ्यर्थियों से मैथ्य के 300 अंक और सामान्य योग्यता के 600 अंक के प्रश्न पूछे जाएंगे, सामान्य योग्यता टेस्ट में अंग्रेजी के 200 अंक के प्रश्न और सामान्य जानकारी के 400 अंक के प्रश्न होंगे. इन पेपर्स को हल करने के लिए अभ्यर्थियों को ढाई घंटे का समय मिलेगा. इसमें निगेटिव मार्किंग भी होगी. प्रत्येक गलत उतर के लिए अंक काटा जाएंगा.
सैलरी
ट्रेनिंग के दौरान कैडेट्स को 7वें वेतन आयोग के पे-मैट्रिक्स लेवल 10 के अनुसार 56,100 रुपये प्रतिमाह स्टाइपेंड मिलता है. साथ ही कई अन्य सुविधाएं और लाभ दिए जाते हैं
इसके बाद लेफ्टीनेंट के तौर पर नियुक्ति होने पर लेवल 10 (56,100 – 1,77,500 रुपये) के अनुसार वेतन मिलता है. साथ ही सैन्य सेवा वेतन (15,500 रुपये प्रतिमाह) और कई प्रकार के भत्ते मिलते हैं.
प्रमोशन रैंक
थल सेना में लेफ्टीनेंट के तौर पर कमीशन प्राप्त करने बाद जनरल की रैंक तक प्रमोशन होता है. वहीं, नौसेना में सब-लेप्टीनेंट के कमीशन के बाद एडमिरल तक और वायु सेना में फ्लाइंग ऑफिसर के बाद एअर चीफ मार्शल की रैंक तक प्रमोशन मिलता है.
ऐसे होती है नियुक्ति
विभिन्न सैन्य अकादमियों में ट्रेनिंग के बाद कैडेट्स को सेना के विंग के अनुसार स्थायी कमीशन दिया जाता है. थल सेना में लेफ्टीनेंट, नौसेना में सब-लेफ्टीनेंट और वायु सेना में फ्लाइंग ऑफिसर के रैंक नियुक्ति दी जाती है.