IAS Jitendra Narayan: बिहार के बेगूसराय के राय बहादुर परिवार में 19 अक्टूबर 1966 को IAS जितेंद्र नारायण का जन्म हुआ था. जितेंद्र की स्कूली शिक्षा दार्जिलिंग के सेंट पॉल स्कूल में हुई. दिल्ली के प्रतिष्ठित सेंट स्टीफन्स कॉलेज के छात्र रहे जितेंद्र नारायण ने हिस्ट्री में बीए व एमए किया. वह 1 जुलाई 1990 को भारतीय प्रशासनिक सेवा में शामिल हुए और उन्हें केंद्र शासित प्रदेश कैडर मिला.


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जितेंद्र इस समय चर्चा में हैं. दरअसल केंद्र सरकार ने पोर्ट ब्लेयर में एक महिला से दुष्कर्म के आरोपी और अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह के पूर्व मुख्य सचिव सीनियर आईएएस अधिकारी जितेंद्र नारायण को सस्पेंड कर दिया है. केन्द्रीय गृह मंत्रालय के मुताबिक, नारायण वर्तमान में दिल्ली वित्तीय निगम के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक के रूप में तैनात थे. मंत्रालय ने कहा है कि सरकार अपने अधिकारियों द्वारा अनुशासनहीनता के कामों को कतई बर्दाश्त नहीं करेगी, खासकर महिलाओं की गरिमा से जुड़ी घटनाओं के संबंध में, चाहे उसका पद कोई भी हो. नारायण मार्च 2021 में अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह के मुख्य सचिव के रूप में नियुक्त हुए थे.


आपको बता दें कि जितेंद्र दिल्ली के शुरुआती प्रशासनिक अधिकारियों में से थे जिन्होंने राजधानी को नौ जिलों में बांटने में अहम भूमिका निभाई थी. अंडमान के नील द्वीपसमूह में पहली बार मतदाता पहचान पत्र शुरू करने का काम उन्होंने ही शुरू करवाया था. उन्हें प्रतिष्ठित कॉमनवेल्थ एसोशिएसन फॉर पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन एंड मैनेजमेंट रिकॉगनिशन भी प्राप्त हो चुका है. उनके ऑफिस मैनेजमेंट ‘कर्मोदय’ को भारत सरकार के प्रशासनिक विभाग ने बेस्ट सिस्टम में से एक माना.


कई दशक पहले चंद्रास्वामी के आश्रम पर रेड करने वाले अधिकारी के तौर पर उनकी पहचान बनी. शीला दीक्षित के मुख्यमंत्री काल में उन्होंने कुछ हाई-प्रोफाइल एडॉप्शन हाउसों पर छापा मार कर सनसनी फैला दी थी.


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