World Cancer Day: कितनी तरह का होता है कैंसर और क्या होते हैं लक्ष्ण? ये रही एक्सपर्ट्स की राय
Why Cancer Day is Celebrated: कैंसर एक ऐसी घातक बीमारी है, जिसको लेकर आज पूरी दुनिया में चुनौतीपूर्ण स्थिति बनी हुई है. कैंसर से बचने के लिए कुछ सावधानियों के साथ-साथ लक्षणों पर ध्यान देना बहुत जरूरी है.
Prevention Tips for Cancer: विश्व कैंसर दिवस की स्थापना 2000 में पहले विश्व कैंसर शिखर सम्मेलन में हुई थी. इसके बाद सन 2008 में पहली बार विश्व कैंसर दिवस मनाया गया. विश्व कैंसर दिवस कैंसर के वैश्विक प्रभाव के बारे में बताता है. यह मानव जीवन के नुकसान को कम करने के लिए जल्द पहचान और इलाज की जरूरत पर जोर देने के लिए एक मंच के रूप में काम करता है. यह दिन दुनिया भर में लोगों, परिवारों और समुदायों पर कैंसर के नकारात्मक प्रभावों को कम करने के लिए सहयोग करने के लिए लोगों, सरकारों और संगठनों के लिए कार्रवाई का आह्वान भी है.
कैंसर एक ऐसी घातक बीमारी है, जिसको लेकर आज पूरी दुनिया में चुनौतीपूर्ण स्थिति बनी हुई है. कैंसर से बचने के लिए कुछ सावधानियों के साथ-साथ लक्षणों पर ध्यान देना बहुत जरूरी है. 4 फरवरी को कैंसर दिवस मनाया जाता है और ऐसे में एक्सपर्ट कैंसर को लेकर अपनी राय शेयर करते हुए लोगों से सावधानी बरतने की सलाह देते हैं.
नई दिल्ली के एक्शन कैंसर हॉस्पिटल के सीनियर कंसल्टेंट, सर्जिकल ऑन्कोलॉजी (हेड एंड नेक, ब्रेस्ट एंड थोरैसिक ओन्को सर्जरी यूनिट), डॉ राजेश कुमार जैन ने बताया कि कैंसर के मरीज को समय पर इलाज के माध्यम से समाप्त नहीं किया गया तो यह मौत का कारण भी बन सकता है. समय रहते इलाज करने से बीमारी पूरी तरह से ठीक हो सकती है. एडवांस स्टेज का कैंसर भी टारगेटेड थेरेपी या इम्यूनोथेरेपी से ठीक किया जा सकता है.
दिल्ली में धर्मशिला नारायणा सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल की डायरेक्टर एंड क्लिनिकल लीड- रेडिएशन ऑन्कोलॉजी, डॉक्टर कनिका शर्मा, ने के मुताबिक भारत में होने वाले छह मुख्य कैंसर में ब्रेस्ट कैंसर, मुंह का कैंसर, सर्वाइकल कैंसर, फेफड़ों का कैंसर, पेट का कैंसर और कोलोरेक्टल कैंसर शामिल है. कैंसर का इलाज यदि शुरुआती स्टेज में ही शुरू कर दिया जाए तो कैंसर के मरीज को इलाज में ज्यादा परेशानी नहीं आती. मरीज को जल्द से जल्द राहत मिल जाती है. अपेक्षाकृत उन मरीजों के जिसने अपना इलाज कराने में देरी की हो. कैंसर दिवस पर हम लोगों को जागरूक करने के साथ-साथ कैंसर की जंग जीतने वाले लोगों के अनुभव को सुनेंगे और उनसे प्रेरणा लेंगे.
नारायणा हॉस्पिटल गुरुग्राम के सीनियर कंसलटेंट एंड क्लीनिकल लीड सर्जिकल डॉक्टर कौशल किशोर यादव ने कहा कि कैंसर की पहचान के लिए स्क्रीनिंग टेस्ट किया जाता है जिसे महिलाएं कुछ समय पहले से ही कर सकती हैं, इस तरह की स्क्रीनिंग महिलाओं को नियमित करनी चाहिए किसी भी प्रकार के कैंसर से संबंधित लक्षण दिखने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें अपना जांच कराएं और जल्द से जल्द अपना इलाज कराएं तभी आप कैंसर जैसी घातक बीमारी से बच सकते हैं.
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