Maharashtra Chunav 2024: महाराष्ट्र में चुनाव की तारीख जैसे-जैसे करीब आ रही है. सियासी पारा चढ़ता जा रहा है. वोटिंग से पहले महाराष्ट्र में जिस नए मुद्दे ने एंट्री ली है. वो है मराठा Vs रजाकार का. महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस और AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी के बीच शुरू हुई जुबानी जंग तल्ख होती ही जा रही है.


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फडणवीस ने ओवैसी पर निशाना साधते हुए कहा- ये रजाकारों के वंशज हैं, ये किस मुंह से हम से बात करेंगे. वहीं ओवैसी ने भी पलटवार करने में देर नहीं की. महाराष्ट्र चुनाव में वोट जिहाद के बाद अब वोट धर्मयुद्ध का नया पॉलिटिकल गेम शुरू हो गया है. महाराष्ट्र की सियासी लड़ाई अब मराठाओं Vs रजाकारों के बीच आ चुकी है.


खुल गया वार-पलटवार का नया चैप्टर


फणडवीस और AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी के बीच वार-पलटवार का नया चैप्टर खुल गया है. दरअसल, देवेंद्र फडणवीस ने ओवैसी पर निशाना साधते हुए कहा था कि ये रजाकारों के वंशज हैं, जिन रजाकारों ने हमारे मराठवाड़ा के लोगों पर अत्याचार किए, जमीनें लूटी. हमारे परिवारों को तहस-नहस किया, ये उनके वारिस हैं. फडणवीस का बयान सुनकर ओवैसी लाल हो गए.ओवैसी ने फडणवीस पर तो निशाना साधा ही...साथ ही कहा कि ये लोग मेरी जुबान का मुकाबला नहीं कर सकते.


जैसे-जैसे महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव नजदीक आ रहे हैं. सियासी दलों में तल्खियां भी बढ़ती जा रही हैं. ओवैसी और फडणवीस के बयानों ने अब महाराष्ट्र के चुनावी रण में मराठा बनाम रजाकारों की जंग छेड़ दी है. कांग्रेस भी इस मसले में सेफ साइड खेल रही है, वो इसे नूराकुश्ती करार दे रही है.


कांग्रेस ने कसा तंज


कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने कहा, "ये नूरा कुश्ती है, इससे हमें कोई फर्क नहीं पड़ता. आपके लिये बड़ा मुद्दा होगा ओवैसी, लेकिन इस प्रदेश के लिए ओवैसी कोई बड़ा मुद्दा नहीं है. ओवैसी का महाराष्ट्र की राजनीति में कोई असर नहीं होगा इस बार.


बीजेपी का 'बंटेंगे तो कटेंगे' जैसा हिट नारा, वोट जिहाद के खिलाफ धर्मयुद्ध के बाद अब मराठा और रजाकारों तक पहुंच चुका है. इसी बीच उलेमा बोर्ड की जो शर्तें महाविकास अघाड़ी ने कबूल की. उसको लेकर BJP ने MVA पर पोस्टर के जरिए तंज कसा.


बीजेपी ने जारी किया पोस्टर


BJP ने ऑटो का एक पोस्टर जारी किया, जिसमें राहुल गांधी के कार्टून कैरेक्टर को दिखाया गया है. इसमें राहुल का कैरेक्टर SC-ST-OBC को ऑटो से उतारते हुए दिख रहा है और मुस्लिम शख्स को बैठा रहा है. दरअसल, ये पोस्टर उलेमा बोर्ड की मुस्लिम आरक्षण वाली उस मांग को लेकर है, जो MVA ने स्वीकार की थी. इस पोस्टर को शेयर करके बीजेपी ने ये भी लिखा है कि कांग्रेस के नेतृत्व वाले MVA का तुष्टिकरण का खेल जारी है.


महाराष्ट्र चुनाव में महायुति का फोकस जहां हार्डकोर हिंदुत्व पर है..तो वहीं MVA मुस्लिमों पर जोर दे रहा है. तो जब महाराष्ट्र की जंग में मुस्लिम वोटर सेंटर प्वाइंट बन चुके हैं तो राज्य की मुस्लिम डेमोग्राफी को समझना भी जरूरी है.


  • महाराष्ट्र में 11.56 फीसदी से ज्यादा मुस्लिम हैं

  • महाराष्ट्र में मुस्लिमों की आबादी 1 करोड़ 30 लाख से ज्यादा है 

  • 38 विधानसभा सीटों पर 20 फीसदी से ज्यादा पॉपुलेशन मुसलमानों की है

  • जबकि 9 विधानसभा सीटों पर मुस्लिमों की संख्या 40 फीसदी से ज्यादा है 


इसलिए विपक्ष का सबसे ज्यादा फोकस मुस्लिम वोटबैंक पर है. यही वजह है कि बीजेपी भी महाराष्ट्र में सभी हिंदुओं को एकजुट रहने के लिए कह रही है और बंटेंगे तो कटेंगे का नारा दे रही है क्योंकि उसे पता है कि अगर हिंदू वोटबैंक छिटका तो उसके लिए मुसीबत खड़ी हो सकती है.