मिशन 2027 को लेकर बीजेपी में खलबली, कई नेता होंगे इधर से उधर, बदल जाएगा संगठन का नक्शा!
BJP in Election: बीजेपी ने प्रदेश और राष्ट्रीय स्तर पर संगठनात्मक चुनाव अधिकारियों की नियुक्ति कर दी है. जिलों के लिए चुनाव अधिकारी और सह चुनाव अधिकारी भी नियुक्त किए जा चुके हैं. पार्टी सूत्रों के अनुसार यह प्रक्रिया दिसंबर के अंत या जनवरी तक पूरी हो सकती है.
Assembly Election 2027: उत्तर प्रदेश में उपचुनाव के परिणामों पर चर्चा अभी खत्म नहीं हुई और राजनीतिक दलों ने अपनी नजर अब 2027 के विधानसभा चुनाव पर जमा ली है. इसी कड़ी में भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने राज्य में संगठनात्मक फेरबदल की तैयारी शुरू कर दी है. पार्टी ने लोकसभा चुनाव के नतीजों से सबक लेते हुए संगठन को नए स्वरूप में ढालने का फैसला किया है.
संगठन में होगा जातीय और सामाजिक संतुलन का ध्यान
असल में बीजेपी ने बूथ से लेकर प्रदेश स्तर तक की समितियों में सभी जातियों और वर्गों के प्रतिनिधित्व को सुनिश्चित करने की योजना बनाई है. पार्टी का प्रयास है कि हर समुदाय को संगठन में शामिल कर पार्टी के साथ जोड़ा जा सके. खासतौर पर उन क्षेत्रों में स्थानीय जातियों को प्राथमिकता दी जाएगी, जहां उनकी संख्या अधिक है.
उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री नरेंद्र कश्यप ने कहा कि चुनावी जीत को सुनिश्चित करने के लिए बीजेपी एक सशक्त और समावेशी संगठन बनाने की प्रक्रिया को पूरी करेगी. यह संगठन सभी वर्गों और समुदायों को जोड़कर तैयार किया जाएगा.
संगठनात्मक चुनाव की प्रक्रिया शुरू
बीजेपी ने प्रदेश और राष्ट्रीय स्तर पर संगठनात्मक चुनाव अधिकारियों की नियुक्ति कर दी है. जिलों के लिए चुनाव अधिकारी और सह चुनाव अधिकारी भी नियुक्त किए जा चुके हैं. पार्टी सूत्रों के अनुसार यह प्रक्रिया दिसंबर के अंत या जनवरी तक पूरी हो सकती है.
2027 विधानसभा चुनाव पर मुख्य फोकस
संगठन में यह बदलाव 2027 के विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखकर किए जा रहे हैं. बीजेपी का लक्ष्य राज्य में अपनी पकड़ को और मजबूत करना और विरोधी दलों को मात देना है. पार्टी की रणनीति है कि हर स्तर पर ऐसे नेताओं और कार्यकर्ताओं को जोड़ा जाए जो जनता के बीच प्रभावशाली भूमिका निभा सकें.
सार्वजनिक चुनाव प्रक्रिया में बदलाव का इरादा
बीजेपी ने संगठनात्मक चुनावों के लिए नए तरीकों और स्वरूपों को अपनाने का फैसला किया है. इसका उद्देश्य पार्टी को जमीनी स्तर पर मजबूत बनाना है. यह प्रयास 2027 में पार्टी को निर्णायक बढ़त दिलाने के लिए एक अहम कदम माना जा रहा है. उत्तर प्रदेश में बीजेपी की यह पहल राज्य की राजनीतिक सरगर्मी को और तेज कर सकती है, जबकि अन्य दल भी अपनी रणनीतियों को धार देने में जुटे हैं.
(जी ब्यूरो)