Hajipur Lok Sabha Election 2024: पूर्व केंद्रीय मंत्री और लोजपा नेता रामविलास पासवान की परंपरागत लोकसभा सीट बिहार का हाजीपुर राजनीतिक लिहाज से बहुत महत्वपूर्ण सीट है. साल 1977 में रामविलास पासवान ने यहां से साढ़े चार लाख से ज्यादा मतों से जीतकर रिकॉर्ड बनाया था. 1989 में तो उन्होंने कांग्रेस के महावीर पासवान को 5 लाख 4 हजार वोटों से हराकर दोबारा रिकॉर्ड बनाया था. इस जीत के बाद उनके राजनीतिक करियर को नई दिशा मिली थी. 

हाजीपुर सीट पर पांचवे चरण में 20 मई को होगी वोटिंग


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फिलहाल रामविलास पासवान के छोटे भाई पशुपति पारस हाजीपुर लोकसभा सीट से मौजूदा सांसद हैं. एनडीए के सीट बंटवारे में हाजीपुर सीट चिराग पासवान की पार्टी लोजपा रामविलास के खाते में गई है. विपक्षी इंडी गठबंधन से इस सीट पर राजद की उम्मीदवारी का दावा है. लोकसभा चुनाव 2024 के लिए आयोग की योजना के मुताबिक, हाजीपुर सीट पर पांचवे चरण में 20 मई को वोट डाले जाएंगे. 


लोकसभा चुनाव 2009 में रामविलास पासवान की हाजीपुर में हार


लोकसभा चुनाव 2009 में रामविलास पासवान ने जदयू के रामसुंदर दास से हारकर हाजीपुर सीट गंवा दी थी. हालांकि, 2014 में जीत दर्ज कर रामविलास आठवीं बार सांसद चुने गए. 2019 में अपनी खराब सेहत का हवाला देते हुए रामविलास पासवान ने अपने भाई पशुपति पारस को चुनावी मैदान में उतारा था. पशुपति पारस ने राजद के शिव चंद्रराम को हराकर हाजीपुर सीट पर जीत का सिलसिला बरकरार रखा था. लोजपा में फूट के बाद वह नाराज होकर एनडीए का साथ छोड़ चुके हैं.


1972 से पहले मुजफ्फरपुर का हिस्सा था हाजीपुर
 
हाजीपुर बिहार की राजधानी पटना के करीब होने के कारण हाई प्रोफाइल शहर माना जाता है. पहले यह मुजफ्फरपुर का हिस्सा था. 1972 में वैशाली के स्वतंत्र जिला बनने के बाद हाजीपुर इसका मुख्यालय बनाया गया था. 2024 के लोकसभा चुनाव में क्या होगा, यह तो 4 जून को ही पता चलेगा, लेकिन यह साफ है कि हाजीपुर सीट एक बार फिर से बिहार की राजनीति में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाने जा रहा है.  


यादव, राजपूत, भूमिहार, कुशवाहा, पासवान की संख्या बहुतायत


जातीय आधार पर हाजीपुर संसदीय क्षेत्र में यादव, राजपूत, भूमिहार, कुशवाहा, पासवान और रविदास की संख्या बहुतायत में है. अति पिछड़ों की भी अच्छी खासी संख्या है. चुनाव में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रहती है. हाजीपुर संसदीय क्षेत्र में छह विधानसभा क्षेत्र हाजीपुर, लालगंज, महनार, महुआ, राजापाकर और राघोपुर शामिल हैं. इस क्षेत्र में वैशाली जिले के तीन अनुमंडल हाजीपुर, महुआ और महनार भी शामिल हैं.


हाजीपुर लोकसभा सीट पर मौजूदा चुनाव में क्या होगा समीकरण


हाजीपुर लोकसभा सीट पर मौजूदा चुनाव में एनडीए और इंडी गठबंधन आमने-सामने रहेंगे. अभी उम्मीदवारों का ऐलान नहीं हुआ है, लेकिन माना जा रहा है कि एनडीए से चिराग पासवान उम्मीदवार हो सकते हैं. हालांकि चर्चा यह भी है कि वह अपनी मां को भी चुनाव मैदान में उतार सकते हैं. इस सीट पर दावेदारी में उनके चाचा पशुपति पारस का भी नाम चर्चा में है. अगर वह उतरते हैं तो मुकाबला बड़ा रोचक होगा. उनके मुकाबले में कौन होगा, अभी साफ नहीं है. हाजीपुर सीट का मुकाबले बेहद दिलचस्प होने वाला है. यहां 20 लाख से ज्यादा मतदाता हैं.  


हाजीपुर लोकसभा क्षेत्र का धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व


हाजीपुर बिहार का एक ऐसा लोकसभा क्षेत्र हैं, जहां साक्षरता दर अच्छी है. राजनीति के साथ धार्मिक और सांस्कृतिक विरासत वाला शहर हाजीपुर का इतिहास काफी समृद्ध है. गंगा और गंडक नदी के तट पर बसे इस शहर का धार्मिक एवं ऐतिहासिक महत्त्व है. कौनहारा घाट के पास कार्तिक पूर्णिमा को यहां प्रतिवर्ष बड़ा मेला लगता है, जिसमें बड़ी संख्या में लोग जुटते हैं.


हाजीपुर लोकसभा सीट पर अब तक चुने गए सांसदों की सूची


1952: राजेश्वरा पटेल, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
1957: राजेश्वरा पटेल, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
1962: राजेश्वरा पटेल, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
1967: वाल्मीकि चौधरी, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
1971: रामशेखर प्रसाद सिंह, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
1977: राम विलास पासवान, जनता पार्टी
1980: रामविलास पासवान, जनता पार्टी
1984: राम रतन राम, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (इंदिरा)
1989: रामविलास पासवान, जनता दल
1991: रामसुंदर दास, जनता दल
1996: रामविलास पासवान, जनता दल
1998: रामविलास पासवान, जनता दल
1999: रामविलास पासवान, जनता दल (यूनाइटेड)
2004: रामविलास पासवान, लोक जन शक्ति पार्टी
2009: रामसुंदर दास, जनता दल (यूनाइटेड)
2014: राम विलास पासवान, लोक जन शक्ति पार्टी
2019: पशुपति कुमार पारस, लोक जन शक्ति पार्टी