Sanjay Singh Bail News: आम आदमी पार्टी को सांसद संजय सिंह की रिहाई से एक बड़ी राहत मिली है. संजय सिंह को जमानत मिलने से AAP के साथ ही INDIA गठबंधन के नेता भी काफी खुश है. एक तरफ विपक्ष संजय सिंह की ज़मानत को अपनी जीत के तौर पर देख रहा है. वहीं बीजेपी बार-बार ये कह रही है कि बेल मिलने से शराब घोटाले का खेल खत्म नहीं हो जाएगा.  


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करीब 6 महीने बाद जेल से छूटे संजय सिंह आम आदमी पार्टी के लिए किसी संजीवनी से कम नहीं हैं. लोकसभा चुनाव से ऐन पहले संजय सिंह की रिहाई से आम आदमी पार्टी ने बेशक राहत की सांस ली होगी. यूं तो संजय सिंह को सुप्रीम कोर्ट से मंगलवार को ही ज़मानत मिल गई थी. मगर आज दिन भर उनके मेडिकल जांच और कागज़ी कार्रवाई में निकल गया.


सुप्रीम कोर्ट ने रिहाई के लिए रखी शर्तें


संजय सिंह को दोपहर 1 बजे के करीब अस्पताल ले जाया गया. अस्पताल में जांच के बाद दोपहर 2 बजे उन्हें वापस तिहाड़ जेल पहुंचाया गया. स बीच दोपहर पौने दो बजे संजय सिंह का रिलीज ऑर्डर भी जारी हो गया. संजय सिंह को ज़मानत ज़रूर मिल गई..मगर सुप्रीम कोर्ट ने उनकी रिहाई के लिए कई शर्तें भी रखी हैं.


कोर्ट ने कहा है कि संजय सिंह अपना पासपोर्ट जमा करेंगे. जब ज़रूरत होगी वो जांच में सहयोग करेंगे. इस केस को लेकर कोई टिप्पणी नहीं करेंगे और दिल्ली से बाहर जाने पर जांच अधिकारी को बताना होगा. इसके अलावा सुप्रीम कोर्ट ने संजय सिंह को 1 लाख रुपये के बेल बॉंड और इतनी ही राशि की surety पर रिहाई का आदेश दिया है.


AAP- BJP के बीच सियासी वार- प्रतिवार


इससे पहले संजय सिंह की बेल को लेकर दिन भर सियासी वार-पलटवार भी चलता रहा. आम आदमी पार्टी ने आरोप लगाया कि जांच में ED को कोई मनी ट्रेल नहीं मिला, फिर भी उन्हें जेल में रखा गया. वहीं बीजेपी ने पलटवार करते हुए कहा कि AAP हमेशा कोर्ट पर सवाल उठाती है.


संजय सिंह को बेल मिलने पर INDIA गठबंधन में उनके साथ खड़ी कांग्रेस भी बीजेपी पर वार करने से नहीं चूक रही है. हालांकि बीजेपी बार-बार कह रही है कि ये नॉर्मल बेल है, इससे संजय सिंह पर लगे आरोप खत्म नहीं हुए हैं. 


संजय सिंह के आने से बनेगा बीजेपी के खिलाफ माहौल?


दरअसल ये तमाम सियासी वार-पलटवार आने वाले आम चुनाव को ध्यान में रख कर किया जा रहा है. सिर्फ आम आदमी पार्टी ही नहीं बल्कि विपक्षी गठबंधन की तमाम पार्टियों को पता है कि संजय सिंह के जेल से बाहर आने पर बीजेपी के खिलाफ चुनाव प्रचार में थोड़ी जान तो ज़रूर आ जाएगी.


माना जा रहा है कि जेल से बाहर आने पर संजय सिंह पूरी तरह बीजेपी पर हमलावर हो जाएंगे. इससे बैकफुट पर चल रही आम आदमी पार्टी के चुनाव प्रचार में भी जान फूंकने की उम्मीद जताई जा रही है. माना जा रहा है कि पार्टी नेता अब ईडी के दुरुपयोग और चुनाव में विरोधियों को गलत तरीके से फंसाने के मामले को जोरशोर से उठाएंगे. ऐसे में बीजेपी को डिफेंस मोड में आना पड़ सकता है. 


बन रही केजरीवाल की जमानत की उम्मीद!


हालांकि इस बीच आम आदमी पार्टी को सीएम केजरीवाल की अग्रिम ज़मानत की उम्मीद से भी राहत मिलती दिख रही है. शराब घोटाला मामले में पिछले 12 दिनों से जेल में बंद दिल्ली के सीएम केजरीवाल की अग्रिम ज़मानत और गिरफ्तारी के विरोध में कोर्ट में दलील दी गई कि गिरफ्तारी की टाइमिंग से ED की मंशा पर सवाल उठते हैं.


केजरीवाल ने कोर्ट में कहा, पहला समन अक्टूबर में मिला, जबकि गिरफ्तारी मार्च में हुई. PMLA के तहत गिरफ्तारी के लिए कोई सबूत नहीं हैं, बिना किसी बयान दर्ज किए गिरफ्तारी क्यों की गई? चुनाव में सभी पार्टियों को बराबरी का मौका मिले. ऐसी सूरत में निष्पक्ष चुनाव कैसे संभव है? चुनाव से पहले गिरफ्तारी कर पार्टी को खत्म करने की कोशिश है.


दो महीने तक चलेगी सियासी सरगर्मी


इस बीच आम आदमी पार्टी BJP पर शराब घोटाले के बहाने ED के दुरुपयोग से लेकर उनके नेताओं को तोड़ने और खरीदने जैसे आरोप भी लगा रहे हैं. हालांकि दिल्ली सरकार में मंत्री आतिशी के इन आरोपों पर बीजेपी ने उन्हें मानहानि का नोटिस भी भेज दिया है. मगर कहना गलत नहीं होगा कि देश की राजधानी की ये सियासी गर्मी अगले दो महीने तक चलने वाले मतदान से पहले कम नहीं होने वाली है.