..तो महाराष्ट्र में नहीं खत्म होगा इंडिया गठबंधन के अंदर मचा घमासान, आखिर क्यों नहीं बन रही बात?
India Alliance: मार्च का महीना भी निकल जाएगा, फिर अप्रैल आते ही चुनावी तारीख भी सामने खड़ी हो जाएगी. अगर अभी भी सीटों पर घमासान खत्म कर कोई समाधान नहीं निकला, तो चुनाव में महागठबंधन की मुसीबत बढ़ सकती है.
Loksabha Chunav 2024: लोकसभा चुनाव के पहले महागठबंधन की मुसीबत खत्म होने का नाम नहीं ले रही है. महाराष्ट्र में महाविकास अघाड़ी गठबंधन में सीट बंटवारे को लेकर खींचतान जारी है. कुछ सीटों पर अभी भी पेच फंसा हुआ है. खासकर उद्धव गुट की शिवसेना और वंचित बहुजन अघाड़ी की वजह से कांग्रेस के लिए मुश्किल खड़ी हो गई है. महाराष्ट्र में चुनाव से पहले सीटों को लेकर तनाव जारी है.
गठबंधन के लिए अपने सहयोगी दलों को एकजुट रखने की टेंशन खत्म होने का नाम नहीं ले रही है. लोकसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान हुए दो हफ्ते हो चुके हैं. मगर महाराष्ट्र के महाविकास अघाड़ी गठबंधन में सीट बंटवारे को लेकर चल रही खींचतान खत्म नहीं हो पाई. महाराष्ट्र में शरद पवार की एनसीपी, उद्धव ठाकरे की शिवसेना और कांग्रेस एक साथ हैं. तीनों पार्टियों ने लोकसभा चुनाव भी साथ में लड़ने का ऐलान किया, लेकिन गठबंधन में गांठ यहां भी साफ तौर से देखने को मिल रही हैं.
कई सीटों पर अलग-अलग दावेदारी..
शरद पवार गुट की एनसीपी ने भी अपने सीटों का ऐलान कर दिया. NCP शरद गुट ने प्रेस कांफ्रेंस कर दस सीटों पर अपने उम्मीदवारों का ऐलान कर दिया. इससे पहले शिवसेना के उद्धव गुट की ओर से राज्य की 17 लोकसभा सीटों पर उम्मीदवार घोषित किए जाने के बाद गठबंधन में टकराव बढ़ गया. उद्धव गुट की ओर से राज्य की जिन लोकसभा सीटों पर अपने उम्मीदवार घोषित किए गए थे, उनमें से कई सीटों पर कांग्रेस की ओर से दावेदारी की जा रही थी.
6 सीटों पर फ्रेंडली फाइट?
शिवसेना (UBT) ने सांगली, मुंबई दक्षिण मध्य, मुंबई उत्तर पश्चिम सीट से अपने उम्मीदवारों की घोषणा की है, जबकि NCP शरद पवार गुट भिवंडी पर अपना हक जता रही है. वहीं शिवसेना उद्धव गुट की ओर से उम्मीदवारों के ऐलान के बाद कांग्रेस के भीतर भी गुस्सा है. शिवसेना गुट के एकतरफा प्रत्याशियों के ऐलान से पार्टी कार्यकर्ताओं में नाराज़गी है. जिसके बाद कांग्रेस भी अब सूबे की 6 सीटों पर फ्रेंडली फाइट करना चाहती है.
अपनी ही पार्टी से खुल कर नाराज़गी..
हालांकि संजय राउत का दावा है कि गठबंधन में सब कुछ ठीक चल रहा है और कोई विवाद नही है. जबकि कांग्रेस नेता संजय निरुपम ने अमोल कीर्तिकर को शिवसेना उद्धव गुट का उम्मीदवार बनाए जाने पर अपनी ही पार्टी से खुल कर नाराज़गी जताई है. महाराष्ट्र कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण की मानें तो गठबंधन के बीच 48 में से 45 सीटों पर बात बन चुकी है. सिर्फ एक-दो सीटों पर मतभेद चल रहा है.जो जल्द ही सुलझा लिया जाएगा.
संभावित सीट फॉर्मूला सामने आ रहा...
महाविकास अघाड़ी में जो संभावित सीट फॉर्मूला सामने आ रहा है.उसमें शिवसेना(UBT) 22 सीटों पर चुनाव लड़ेगी,, जबकि कांग्रेस को 16 सीटें मिलेंगी. वहीं NCP शरद गुट के खाते में 10 सीटें आएंगी. वहीं अगर वंचित बहुजन आघाड़ी महागठबंधन में शामिल होने का फैसला करती है तो तीन पार्टियों को मिलकर वंचित बहुजन अघाड़ी के लिए 5 सीटें छोड़नी पड़ेगी.
टकराव और बढ़ सकता है..
दूसरी ओर वंचित बहुजन अघाड़ी के नेता प्रकाश अंबेडकर ने भी आठ लोकसभा सीटों पर अपने उम्मीदवार घोषित कर दिए हैं. जिसके बाद जानकारों का मानना है कि आने वाले दिनों में एमवीए में शामिल दलों के बीच टकराव और बढ़ सकता है. क्योंकि प्रकाश अंबेडकर ने 2 अप्रैल को अगली रणनीति के खुलासे के संकेत दिए हैं.
वहीं खबर ये भी है कि 3 अप्रैल को महाविकास अघाड़ी की अहम प्रेस कांफ्रेंस होगी. इस कांफ्रेंस में उद्धव ठाकरे, शरद पवार, संजय राउत, बालासाहेब थोराट, जयंत पाटिल, नाना पटोले जैसे बड़े नेता मौजूद रहेंगे. माना जा रहा है कि इस प्रेस कांफ्रेंस से पहले महाराष्ट्र में महागठबंधन का सियासी संकट निपटा लिया जाएगा. क्योंकि चुनाव बिल्कुल सिर पर आ चुका है. और आज कल में मार्च का महीना भी निकल जाएगा. फिर अप्रैल आते ही चुनावी तारीख भी सामने खड़ी हो जाएगी. अगर अभी भी सीटों पर घमासान खत्म कर कोई समाधान नहीं निकला. तो चुनाव में महागठबंधन की मुसीबत बढ़ सकती है.