Congress after Lok Sabha Election 2019: साल 2014 के चुनाव में 42 सीटें. 2019 के चुनाव में 52 सीटें. 5 साल में कांग्रेस की सीटें तो बढ़ीं, लेकिन फिर भी प्रदर्शन 2014 की पराजय जितना ही निराशाजनक रहा था. अब चुनौती 2024 की है, लेकिन फिर भी राह आसान नहीं है. 2019 लोकसभा चुनाव के बाद विधानसभा चुनावों में कांग्रेस को निराशा ही मिली है. पार्टी को हिमाचल प्रदेश, कर्नाटक और तेलंगाना में जीत मिली, जो उसके लिए संजीवनी के समान है. इसका फायदा 2024 में मिल सकता है. लेकिन, इसके बाद भी सवाल है कि कांग्रेस पास होगी या फेल?


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

2019 में सबसे ज्यादा सीटें जीतने वाले राज्यों में हार


कांग्रेस ने 2019 के चुनाव में 52 सीटों पर जीत हासिल की थी. इसमें से 23 सीटें सिर्फ 2 राज्यों से आए थे, जो कांग्रेस के गढ़ माने जाते हैं. कांग्रेस ने केरल में 20 सीट और पंजाब में 8 सीट पर जीत हासिल की थी. इन दोनों राज्यों में कांग्रेस 2019 के बाद हुए विधानसभा चुनाव हार चुकी है. इन दोनों राज्यों में खराब प्रदर्शन से कांग्रेस की 2024 लोकसभा सीटों को काफी नुकसान हो सकता है. केरल में कांग्रेस की विधानसभा सीटों को लोकसभा के आधार पर देखा जाए तो इस बार उसे सिर्फ 9 सीटें ही मिल सकती है. इसी तरह, पंजाब में कांग्रेस के पाले में सिर्फ 2 सीटें ही आ सकती हैं.


तमिलनाडु में भी कांग्रेस को भारी नुकसान?


केरल और पंजाब की तरह ही कांग्रेस को तमिलनाडु में भी भारी नुकसान हो सकता है. 2019 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने तमिलनाडु में 8 सीटें हासिल की थी. लेकिन, 2024 के चुनाव में कांग्रेस के लिए इस प्रदर्शन को दोहरा पाना काफी मुश्किल हैं. 2021 में तमिलनाडु में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के प्रदर्शन के आधार पर देखें तो पार्टी राज्य में 1 सीट पर सिमट सकती है.


कांग्रेस को इस रणनीति पर करना होगा काम?


डेटा स्पष्ट रूप से दिखाता है कि कांग्रेस को लोकसभा चुनाव में अपनी ताकत बढ़ाने के लिए क्षेत्रीय दलों के बजाय भाजपा खिलाफ जीत हासिल करनी होगी. कांग्रेस को बीजेपी के खिलाफ मजबूती से लड़ना होगा. क्योंकि, कांग्रेस 2019 में 52 सीटों और 2014 में 42 सीटों पर जीत उन राज्यों में हासिल की थी, जहां बीजेपी दूसरे नंबर पर रही थी.


2024 में कांग्रेस ने बनाया 375 सीटों पर लड़ने का रोडमैप


2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने 375 सीटों पर लड़ने का रोडमैप तैयार किया है. सूत्रों के अनुसार, कांग्रेस करीब 290 सीटों पर अकेले चुनाव लड़ना चाहती है. इसके साथ ही कांग्रेस INDIA गठबंधन के अन्य दलों से 85 सीटें मांग सकती है. इस हिसाब से कांग्रेस पार्टी ने 375 सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है, जिसके लिए 29 और 30 दिसंबर को कांग्रेस की अलायंस कमेटी की बैठक में सहमति बनी है. अब पार्टी ने 4 जनवरी को सभी प्रदेश अध्यक्षों और CLP लीडर्स की बैठक बुलाई है, जिसमें सीट शेयरिंग का फाइनल फॉर्मूला तय किया जाएगा. इसके बाद INDIA गठबंधन के दलों के साथ सीट शेयरिंग को लेकर बैठक होगी.