Madhavi Latha vs Asaduddin Owaisi: AIMIM सांसद असदुद्दीन ओवैसी की हैदराबाद लोकसभा सीट पर 13 मई को वोटिंग हुई. सुबह भाजपा कैंडिडेट माधवी लता का एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें वह बुर्का पहनी मुस्लिम महिलाओं की पहचान चेक करती दिखाई दे रही थीं. वह आईकार्ड देखकर एक महिला से कहती हैं कि ये तो 38 की है, आप 38 की कहां हैं? उठाइए आप (बुर्का उठाने का इशारा करते हुए). इस पर विवाद हो गया. सोशल मीडिया पर लोग चुनाव आयोग को टैग करके सवाल पूछने लगे. माधवी लता ने अपनी सफाई में कहा कि वह विनम्रता से कह रही थीं और यह उनका अधिकार है. हालांकि कुछ देर बाद ही माधवी के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया. मलकपेट में आईपीसी की धारा 171सी, 186, 505 (1) सी के तहत एफआईआर दर्ज की गई है. 



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एक वीडियो में वह मुस्लिम महिला से कहती हैं कि (आईकार्ड की तरफ देखते हुए) ये कौन हैं, आप कौन हैं? अपना आधार कार्ड दिखाइए. जब वह महिलाओं का आईकार्ड देख रही थीं, उनके पास शायद एक मतदान कर्मी और एक पुलिसकर्मी भी मौजूद था. दरअसल, हैदराबाद लोकसभा सीट पर मुस्लिम वोटर अहम भूमिका निभाते हैं. करीब चार दशक से यह सीट ओवैसी परिवार के पास रही है. ऐसे में इस बार भाजपा के हिंदूवादी प्रत्याशी माधवी ने ओवैसी के खिलाफ पूरी ताकत झोंक दी है. महाराष्ट्र, यूपी से लेकर दिल्ली तक के नेताओं ने वहां प्रचार किया है. 


'वोटर का अपमान'


हालांकि माधवी लता के आईकार्ड चेक करने को लेकर कई लोगों ने सोशल मीडिया पर सवाल उठाए हैं. ऋषि चौधरी ने लिखा कि इन्हें वोटर्स को वेरिफाई करने का अधिकार किसने दिया? उन्होंने चुनाव आयोग को टैग करते हुई भी यह सवाल पूछा है. दूसरे यूजर ने लिखा है कि आप साथी वोटर का इस तरह अपमान कैसे कर सकती हैं. 


एक अन्य वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें माधवी लता फेक आइडेंटिटी के बारे में बोलती सुनाई देती हैं. उन्होंने एक कर्मचारी के खिलाफ लिखित कार्रवाई करने की भी चेतावनी दी. वह अपने एजेंट को भी अलर्ट करती हैं कि जैसे ही कोई फेक आइडेंटिटी समझ में आए, आपत्ति दर्ज कराएं. 


माधवी बोलीं, अधिकार है


विवाद बढ़ने पर हैदराबाद लोकसभा क्षेत्र से भाजपा उम्मीदवार माधवी लता ने कहा, 'मैं एक उम्मीदवार हूं. कानून के अनुसार उम्मीदवार को फेसमास्क के बिना ID कार्ड की जांच करने का अधिकार है. मैं एक पुरुष नहीं हूं, मैं एक महिला हूं और बहुत विनम्रता के साथ, मैंने उनसे केवल अनुरोध किया है... अगर कोई इसे बड़ा मुद्दा बनाना चाहता है, तो इसका मतलब है कि वे डरे हुए हैं.'