राहुल की वायनाड रैली से कांग्रेस का झंडा गायब, 5 साल पहले झंडे पर ही मचे बवाल से लिया सबक
Pinarayi Vijayan: यह बात सही है कि राहुल गांधी के वायनाड रोड शो में इस बार ना तो कांग्रेस और ना ही मुस्लिम लीग पार्टी के झंडे दिखाई दिए. विजयन ने आरोप लगाया कि कांग्रेस आईयूएमएल के वोट तो चाहती है लेकिन उनके झंडे नहीं चाहती.
Rahul Gandhi Wayanad: लोकसभा चुनाव आते-आते कांग्रेस के सारे सहयोगी आंख दिखा रहे हैं. इसी कड़ी में केरल के सीएम पिनराई विजयन ने कांग्रेस और राहुल गांधी पर तीखा प्रहार किया है. विजयन ने वायनाड में हुए राहुल गांधी के रोड शो में कांग्रेस और सहयोगी इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग आईयूएमएल के झंडे न होने को लेकर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस इस स्तर तक गिर गई है जहां उसे साम्प्रदायिक ताकतों से डर लग रहा है. इतना ही नहीं विजयन ने और भी कई बातें रखी हैं. यह भी समझिए कि कांग्रेस ने कौन सा सबक लेते हुए इस बार अपने ही झंडे का यूज नहीं किया.
असल में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने वायनाड में नामांकन के दौरान रोड शो करके अपने चुनाव प्रचार अभियान की शुरुआत की है. इसके एक दिन बाद केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने कार्यक्रम के दौरान अपने और अपने सहयोगी इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग (आईयूएमएल) के झंडे नहीं दिखाए क्योंकि वह भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से डरी हुई है. विजयन ने आरोप लगाया कि कांग्रेस द्वारा उठाया गया कदम यह दिखाता है कि वह आईयूएमएल के वोट तो चाहती है लेकिन उनके झंडे नहीं चाहती.
'साम्प्रदायिक ताकतों से डर है'
विजयन ने दावा किया कि कांग्रेस इस स्तर तक गिर गई है जहां उसे साम्प्रदायिक ताकतों से डर है. विजयन ने कहा कि इस बार झंडे इसलिए नहीं दिखाई दिए क्योंकि 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने आईयूएमएल के झंडों को लेकर कांग्रेस पर निशाना साधा था. पिछले लोकसभा चुनाव के दौरान भाजपा के वरिष्ठ नेता अमित शाह ने केरल में वायनाड से चुनाव लड़ने के लिए राहुल गांधी की आलोचना की थी और कहा था कि इलाके में एक रैली के दौरान यह पहचानना मुश्किल हो गया था कि यह भारत है या पाकिस्तान.
ऐसा लगता है कि वह..
विजयन का साफ इशारा राहुल गांधी के रोड शो के दौरान आईयूएमएल के हरे झंडों की तरफ था. विजयन ने कहा कि ऐसा लगता है कि कांग्रेस अपने झंडे के पीछे के इतिहास और बलिदान को भूल गई है तथा ऐसा लगता है कि वह संघ परिवार की इस इच्छा को मान रही है कि वे अपना तिरंगा झंडा त्याग दें.
बता दें यह बात सही है कि राहुल गांधी के वायनाड रोड शो में इस बार ना तो कांग्रेस और ना ही मुस्लिम लीग पार्टी के झंडे दिखाई दिए. दोनों के झंडों का ना होना चर्चा का विषय रहा. वहीं 2019 में उनके रोडशो के दौरान आईयूएमएल के झंडों की संख्या कांग्रेस के झंडों से अधिक हो गई थी. इस पर बीजेपी ने जमकर निशाना साधा था.